श्रीहरिकोटा। Chandrayaan-3 Launch : इंडियन रिसर्च स्पेस ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) चंद्रयान-3 मिशन को लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है. 14 जुलाई को चार साल बाद फिर से इसरो अंतरिक्ष पर अपना यान भेजेगा. मिशन की लॉन्चिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उपस्थित होने की भी उम्मीद है. उन्हें लॉन्चिंग के लिए आमंत्रित किया गया है, लेकिन फिलहाल यह कंफर्म नहीं है कि वह इस मौके पर मौजूद रहेंगे या नहीं.
भारत का चंद्रयान-3 मिशन इतिहास रचने को तैयार है। शुक्रवार को लॉन्चिंग से पहले मिशन प्रोग्राम की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस बार पहले के मिशन की तुलना में प्रक्षेपण के लिए ज्यादा ईंधन, सुरक्षा संबंधी उपाय और बड़े लैंडिंग क्षेत्र को शामिल किया गया है।
चंद्रयान-3 प्रक्षेपण इस शुक्रवार को दोपहर 2:35 बजे निर्धारित है, जिसमें लैंडर और रोवर सहित अंतरिक्ष यान, प्रणोदन (आगे चलाना) मॉड्यूल पर लगा हुआ है, जो अपनी चंद्रमा की यात्रा पर निकलने के लिए तैयार है। चंद्रयान-3 मिशन का मकसद चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग के बाद चंद्र भूविज्ञान और पर्यावरण का पता लगाना है। मालूम हो कि चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरने का यह भारत का दूसरा प्रयास है। इससे पहले सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के चलते सितंबर 2019 में चंद्रयान-2 की क्रैश-लैंडिंग हो गई थी।
वहीं चंद्रयान-3 मिशन को लेकर इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि मिशन की तैयारियां लगातार आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष यान की हाई स्पीड से उतरने की क्षमता को बढ़ाया है, बिजली उत्पादन क्षमता में सुधार किया है, और अतिरिक्त सेंसर के माध्यम से दबाव, भटकाव और घूर्णन को संभालने की अपनी क्षमता को मजबूत किया है। इस बार रोवर में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
लॉन्चिंग में शामिल होंगे पीएम मोदी?
चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग में शामिल होने को लेकर इसरो प्रमुख ने खुलासा किया कि चंद्रमा पर महत्वाकांक्षी मिशन के प्रक्षेपण का गवाह बनने के लिए कई गणमान्य व्यक्तियों को निमंत्रण भेजा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम सभी को आमंत्रित करते हैं। यह उन पर छोड़ दिया गया है। हालांकि इसकी पुष्टि होना अभी बाकी है। बता दें कि पीएम मोदी साल 2019 में चंद्रयान -2 मिशन में शामिल हुए थे।