कवर्धा। CG ACCIDENT : कबीरधाम जिले में बड़ा सड़क हादसा हो गया है. जहाँ पोलमी मोड़ के पास कांवरियों से भरी तेज रफ़्तार पिकअप वाहन ब्रेक फेल होने से अनियंत्रित होकर गढ्ढे में जा पलटी है. घटना कई लोगों के घायल होने की खबर है.
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भगवान शिव की कृपा से सभी कांवरिया सुरक्षित है. किसी को कोई भी प्रकार की बड़ी क्षति नहीं हुई. कुछ कांवरियों को हल्की चोटें आई हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है.
CG ACCIDENT : बताया जा रहा ही कि सभी कांवड़िया सावन महीने के पावन अवसर पर ग्राम डोढा पौनी से अमरकंटक की ओर जा रहे थे. इस दौरान अचानक ब्रेक फेल होने से ये हादसा हुआ है, हादसे के बाद घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई.
जानिए क्या है कांवड़ यात्रा का इतिहास
कहा जाता है कि भगवान परशुराम भगवान शिव के परम भक्त थे. मान्यता है कि वे सबसे पहले कांवड़ लेकर बागपत जिले के पास ‘पुरा महादेव’ गए थे. उन्होंने गढ़मुक्तेश्वर से गंगा का जल लेकर भोलेनाथ का जलाभिषेक किया था. उस समय श्रावण मास चल रहा था. तब से इस परंपरा को निभाते हुए भक्त श्रावण मास में कांवड़ यात्रा निकालने लगे.
जानिए क्या होता है कांवड़ यात्रा का नियम
कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों को एक साधु की तरह रहना होता है. गंगाजल भरने से लेकर उसे शिवलिंग पर अभिषेक करने तक का पूरा सफर भक्त पैदल, नंगे पांव करते हैं. यात्रा के दौरान किसी भी तरह के नशे या मांसाहार की मनाही होती है. इसके अलावा किसी को अपशब्द भी नहीं बोला जाता. स्नान किए बगैर कोई भी भक्त कांवड़ को छूता नहीं है. आम तौर पर यात्रा के दौरान कंघा, तेल, साबुन आदि का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. इसके अलावा भी चारपाई पर ना बैठना आदि जैसे नियमों का भी पालन करना होता है.