गरियाबंद/कलेक्टर आकाश छिकारा के नवाचारी और विशेष पहल पर जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत जोबा में पौध पाठशाला विकसित किया गया है। कलेक्टर श्री छिकारा ने रूद्राक्ष और जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव ने लाल चंदन का पौधा रोपण कर आज पौध पाठशाला का शुभारंभ किया। इस पौध पाठशाला में 5 एकड़ रकबे में 212 प्रजाति के लगभग 2600 पौधों का रोपण किया गया। पौधशाला में सजावटी, ईमारती, फलदार, औषधीय, मसाले एवं लता युक्त दुर्लभ और विशिष्ठ गुणयुक्त पौधों एवोकाडो, बॉटल पाम, चेरी, लीची, चाय, कॉफी, शहतूत, रबर, काजू, मेंहदी, नागचम्पा, गोल्डन साईप्रस, लौंग, तेजपत्ती, कालमेघ, नाशपती, बादाम, अंजीर, नीम, कुसुम, अशोक, अर्जुन, अंगुर, ड्रैगनफ्रूट एवं गुड़हल, जायफल, सर्पगंधा, एलोवेरा, अश्वगंधा, काली मूसली आदि पौधों का रोपण किया गया है। पौधशाला के माध्यम से स्कूली बच्चे जिन पौधों को केवल किताबों और टेलीविजन के माध्यम से देखते थे। उन्हें अब जिले में विकसित पौधशाला में साक्षात देख सकेंगे। साथ ही उनके वैज्ञानिक नाम और उत्पत्ति के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इस अवसर पर ग्राम जोबा के शासकीय हाईस्कूल के बच्चों सहित ग्रामीणजनों ने भी वृहद पौध रोपण कार्यक्रम में सम्मलित हुए।
पौध पाठशाला का शुभारंभ करते हुए कलेक्टर श्री छिकारा ने कहा कि स्कूली बच्चों को पर्यावरण और वनस्पतियों के बारे में जागरूक करने और इस विषय में ज्ञान वृद्धि के लिए पौध पाठशाला विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार प्रयोगशाला में विभिन्न रासायनिक तत्वों को देखने और उसके बारे में जानने का मौका मिलता है। इसी प्रकार पौध पाठशाला में विशिष्ठ गुणों से परिपूर्ण पौधों को देखने और उसके बारे में जानने का मौका मिलेगा। कलेक्टर ने जनपद पंचायत सीईओ को पौध पाठशाला में पौधों के संरक्षण और सुरक्षा के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। साथ ही पौधों के रख-रखाव के लिए पानी की भी व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिये।
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