रायपुर। BIG NEWS : मणिपुर में कुकी समुदाय की दो महिलाओं को सड़क पर निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना से पूरे देश में आक्रोश है। राजनीतिक दल इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए केंद्र सरकार सवाल उठा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में भी इस शर्मनाक घटना को लेकर राजनीतिक दलों ने प्रतिक्रिया दी है। मामले में देश के प्रधानमंत्री ने अपनी प्रक्रिया देते हुए कहा कि वह इस घटना से बेहद दुखी हैं और इस मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इसके साथ ही पीएम मोदी ने मणिपुर से पहले राजस्थान और छत्तीसगढ़ का नाम लेते हुए कहा कि वह सभी मुख्यमंत्रियों से अपील करते हैं कि अपने-अपने राज्यों में कानून व्यवस्था को मजबूती प्रदान करें. घटना चाहे राजस्थान की हो, छत्तीसगढ़ की हो या मणिपुर की हो, कानून व्यवस्था कायम करें, जहां पर नारी का सम्मान किया जाए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जताया आक्रोश
मणिपुर घटना में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मणिपुर की घटना मानवता की आत्मा को झकझोर देने वाली घटना है। देश के प्रधान के रूप में जब ऐसी घटना पर एक मजबूत स्टैंड लेना चाहिए तब भी प्रधानमंत्री जी को चुनाव प्रचार दिखाई दे रहा है। यह बहुत दुर्भाग्यजनक है। छत्तीसगढ़ को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास छत्तीसगढ़ की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
सीएम ने कहा कि देश देख रहा है कि मणिपुर में “डबल इंजन” की सरकार से कैसा “ट्रबल” बना हुआ है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सिर्फ चुनावी राजनीति से देश चलाना चाहते हैं, देश ऐसे नहीं चलता। छत्तीसगढ़ और राजस्थान का नाम लेकर अभी भी मणिपुर की घटना को आप छिपाना चाह रहे हैं। जुमलेबाज़ी बंद कीजिए प्रधानमंत्री जी। छत्तीसगढ़ को बदनाम मत कीजिए।
सिंहेदव ने ट्वीट में आगे लिखा, प्रधानमंत्री जी, क्योंकि आपने मणिपुर के साथ छत्तीसगढ़ का नाम लिया, तो आपको बता दें कि हमारे प्रदेश में कानून व्यवस्था बरकरार है, सुरक्षित शासन में है। एनसीआरबी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में महिलाओं के खिलाफ अपराधिक मामले 62% कम हुए हैं, पहले की भाजपा सरकार के मुकाबले।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी मणिपुर की घटना पर केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, मणिपुर पर बोलने में प्रधानमंत्री जी को 70 से अधिक दिन लग गए। इस भयावह घटना की निंदा करते हुए भी उन्होंने चुनावी राज्यों का नाम लेकर मुद्दे का राजनीतिकरण करने से गुरेज नहीं किया। देश की बेटियों के साथ हुए इस हृदय द्रवित घटना का राजनीतिकरण न करें प्रधानमंत्री जी।