बिलासपुर :CG NEWS : Diarrhea outbreak in Masturi as well : न्यायधानी में चांटीडीह के बाद अब बिल्हा औऱ मस्तूरी में भी डायरिया महामारी ने दस्तक दे दी है। बिल्हा में जहां डायरिया चपेट में आने से एक महिला मरीज की मौत हो गयी है, तो वहीं मस्तूरी में डायरिया मरीजो का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने डायरिया नियंत्रण करने के लिए चांटीडीह के बाद अब बिल्हा और मस्तूरी में कैम्प लगाकर ग्रामीणों का जांच करना शुरू कर दिया है।
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हर साल बारिश के समय ही शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण अंचल तक के लोगों के घरों में प्रदूषित पेयजल की सप्लाई होने लगती है। जिसे पीकर लोग डायरिया और कार्ला जैसे महामारी का शिकार होने लगते है फिर मौत का भी सिलसिला शुरू हो जाता है। वर्तमान समय में चांटीडीह क्षेत्र अंतर्गत डायरिया का मामला थमा नहीं था कि अब डायरिया महामारी ने बिल्हा और मस्तूरी क्षेत्र में अपना पैर पसार दिया है।चांटीडीह में चार डायरिया मरीजों के मौत के बाद भी यहां डायरिया मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है।
बीते बुधवार की रात से गुरुवार तक चांटीडीह में फिर से 16 नए डायरिया मरीजों की पहचान की गई है।जिन्हें उपचार के लिए सिम्स लाया गया।कुल मिलाकर शहरी क्षेत्र में डायरिया मरीजों के मिलने का मामला थम नहीं रहा था कि बिल्हा के ग्राम हथनी कला में डायरिया की चपेट में आने से परमेश्वरी बाई की उपचार के दौरान सिम्स में मौत हो गई।बताया जा रहा है कि मृतिका को दूषित पानी पीने से पहले तो उल्टी दस्त होना शुरू हुआ। जिसे देखते हुए उसे बिल्हा के ही स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।लेकिन हालत नाजुक होने पर उसे सिम्स रेफर कर दिया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
इसके साथ ही मस्तूरी क्षेत्र ग्राम मानिकचौरी और किरारी में तकरीबन तीन दिन से रोजाना 4 से 5 डायरिया के मरीज मिल रहे है।अबतक डेढ़ दर्जन से अधिक ग्रामीण डायरिया के चपेट में आ चुके है, हालांकि स्वास्थ्य विभाग के पास इसका सही आंकड़ा नही है। मरीजों को उपचार के लिए मस्तूरी,जयराम नगर के ही स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
CG NEWS : Diarrhea outbreak in Masturi as well : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि चांटीडीह के बाद अब बिल्हा और मस्तूरी क्षेत्र में भी डायरिया ने पैर पसार दिया है।इसे देखते हुए बिल्हा और मस्तूरी क्षेत्र में कैंप लगाकर चिकित्सकों को तैनात किया गया है,,साथ ही मितानिनों की ओर से शहरी क्षेत्र के अलावा डायरिया प्रभावित क्षेत्रों में घर-घर सर्वे कराया जा रहा है। शुक्ला ने बताया कि वह मस्तूरी क्षेत्र और बिल्हा क्षेत्र अंतर्गत डायरिया महामारी की जानकारी पीएचई विभाग को भी दी हैं। जहां पहुंचकर पीएचई विभाग जांच पड़ताल कर रही है। साथ ही डायरिया प्रभावी क्षेत्रों में कैम्प लगाकर जांच किया जा रहा है, वहीं मितानिनों के द्वारा सर्वे कर सभी को ओआरएस घोल सहित दवाइयां वितरण कर रहे है। सभी प्रभावित क्षेत्रों में जाकर जायजा लेने के साथ-साथ इसकी मॉनिटरिंग खुद सीएमएचओ राजेश शुक्ला कर रहे हैं।
बिलासपुर सीएमएचओ राजेश शुक्लाने कहा शासन के निर्देश पर भले ही जिला प्रशासन,,नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग ने डायरिया पर नियंत्रण पाने पूरी ताकत जरूर झोंक दी है।लेकिन अब तक डायरिया महामारी पर काबू नहीं पाया जा सका है। रोजाना कहीं ना कहीं कोई ना कोई दूषित पानी पीकर व गलत खान पान कर डायरिया की चपेट में आ रहे है। कल तक तो महामारी शहरी क्षेत्र में ही सीमित था। लेकिन अब ग्रामीण अंचलों में भी दस्तक दे दिया है। फिलहाल देखना होगा कि डायरिया पर नियंत्रण पाने के लिए जिला प्रशासन,स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम अब क्या नया हथकंडा अपनाता है।