रायपुर। CG VIDHANSBHA : छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के आज आखिरी दिन की शुरुआत विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर शुरू हुई, चर्चा की शुरआत करते हुए भाजपा विधायक ब्रजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में ऐसी सरकार जिसमे युवाओं को नंगे दौड़ना पड़ रहा है। अग्रवाल ने युवाओं के नंगे प्रदर्शन पर सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि जब युवा नंगे होकर दौड़ते हैं तो यह सरकार नंगी होती है ऐसी नंगी सरकार के खिलाफ भाजपा अविश्वास प्रस्ताव न लाये तो क्या करे। इसके बाद सदन में जोरदार हंगामा शुरू हो गया, सत्तापक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई। हंगामे के बीच बृजमोहन अग्रवाल ने चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि 95 साल पहले गोरे अग्रेजों को जगाने के लिए शहीदे आजम भगत सिंह ने असेंबली में बम फेंका था और आज छत्तीसगढ़ के काले अंग्रेजों की सरकार के खिलाफ युवाओं को सड़क पर निर्वस्त्र होना पड़ रहा है।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है राज्य की गूंगी बहरी सरकार के खिलाफ एससी एसटी के युवाओं को निर्वस्त्र होना पड़ रहा है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार अग्रेजों से भी ज्यादा अत्याचारी सरकार है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अपनी पीड़ा को व्यक्त कर रहे युवाओं पर सरकार ने जिस तरह की धाराएं लगाई है उससे सप्ष्ट है की यह सरकार युवाओं की करियर किलर सरकार है। सरकार के लिए इससे शर्मनाक कुछ भी नही हो सकता की सरकार के खिलाफ युवा सड़कों पर निर्वस्त्र होकर विरोध प्रदर्शन करें। बृजमोहन अग्रवाल के भाषण के बीच सत्ता पक्ष की ओर से भी खूब हंगामा किया गया। फिर मंत्री रविंद्र चौबे ने बृज मोहन अग्रवाल की टिप्पणी पर सवाल उठाया और आपत्तिजनक शब्द विलोपित करने की मांग की। सत्ता पक्ष की आपत्ति के बाद शोर-शराबा और बहस का सिलिसिला चलता रहा। जिसपर विधानसभा अध्यक्ष को हस्तक्षेप करना पड़ा।
बृजमोहन अग्रवाल ने फिर विवादित टिप्पणी की, कहां मैं सरकार को नपुंसक नहीं बोलना चाहता, जिसके बाद विपक्ष ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। तो बृजमोहन अग्रवाल मैने तो कहा की नपुंसक नहीं कहना चाहता।