गरियाबंद मित्र मंडली द्वारा आज अपने ग्रुप के सदस्य का जन्मदिन विधानिधि बहू दिव्यांग विशेष आवासीय विधालय कोकड़ी के स्कूल में जन्मदिन मनाया। कुछ इन्हीं संवेदनशीलताओं के साथ जिले के युवा आज अचानक से बहुदिव्यांग विद्यालय छात्रावास में मानसिक रुप से निशक्त बच्चों के बीच बाल दिवस मनाने पहुँच गए। ठीक से बोल, सुन और चल नहीं पाने वाले बच्चों को जब मित्रमंडली के सदस्यों के हाथों चाकलेट, मिठाईयां, मिला तो उन्हें एक अलग ही सम्बल मिला। इस दौरान दिव्यांग बच्चों की खुशियां देखते ही बन रही थी।इस अवसर पर मित्र मंडली के सदसयों ने विशेष बच्चों के साथ केक काटकर जन्मदिन मनाया।दिव्यांग बच्चों के लिए जन्म दिवस बन गया खास, बच्चों के विशेष गानों ने और जन्मदिन की बधाई देने के अंदाज़ ने मित्र मंडली के युवा बेहद प्रभावित हुए बच्चों के मीठे बोल उनका और उन बच्चों का गाना सुनना बच्चे मन के सच्चे.. सारे जग के आँख के तारे..। स्कूल के सभी बच्चे अपने-अपने तरीकों से ग्रुप के सदस्य सौरभ शिवानंद देवांगन को सभी बच्चे विशेष भावनाओं के साथ मिठास की खुशियों को एक अलग अंदाज में अभिव्यक्त कर रहे थे। इन बच्चों को देखकर सौरभ शिवानंद देवांगन ने स्नेह प्रकट करते हुए उन्हें अपने पास बुलवाया और साथ में गाना भी गाया। सौरभ शिवानंद देवांगन ने कहा कि ऐसे दिव्यांग बच्चों से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। ये बच्चे मूक-बधिर होने के बाद भी सफलता की ऊंचाई नाप लेते हैं, यह सबके लिए प्रेरणादायक है ये बच्चे वास्तव में ईश्वर के रूप हैं। इनकी सेवा से आत्मसंतुष्टि मिलती है
दिव्यांग बच्चों में छिपी होती है अद्भुत प्रतिभा, समाज को दे सकते हैं नई दिशा: सौरभ शिवानंद देवांगन
दिव्यांग बच्चों में छिपी होती है अद्भुत प्रतिभा, समाज को दे सकते हैं नई दिशा: सौरभ शिवानंद देवांगन