गंडई/पंडरिया। CG NEWS : छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ के ग्राम पंचायत भूर्भसी के आश्रित ग्राम बेन्द्री जँहा लगभग 200 मतदाता निवाश्रित है। जिनके द्वारा वर्षो से गांव तक आने जाने के लिए पक्की सड़क और नदी में पुलिया की मांग कर रहे है। अपनी मांग को लेकर पिछले महीने 8 मई को ग्रामीण गंडई एसडीएम कार्यालय पहुँच कर अपनी समस्याओं को रखते हुए सड़क और पुलिया की मांग भी किये थे। मगर आज दो महीने बीत जाने के बावजूद मांग पर कुछ अमल नही होता दिख रहा है। अब ग्रामीण आगामी विधानसभा लोकसभा सहित पँचायत चुनाव का बहिष्कार करने की बात कहते हुए बताए है कि जब तकअब गांव में सड़क और पुलिया नही बन जाता, तब तक अब हम सभी किसी भी राजनीतिक दल को वोट नही करेंगे। हर साल चुनाव में हम लोगो को सिर्फ आश्वाशन ही मिलता है। मगर चुनाव खत्म होने के बाद हमारे गांव की समस्या किसी नेता या जनप्रतिनिधियो को नजर नही आता। इसलिए अब हम सभी एक रॉय होकर हर चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
सायकल और स्कूल बैग सर में उठा नदी पार कर स्कूल जाते है बच्चे
जानकारी के अनुसार भूर्भुसी पँचायत के आश्रित ग्राम बेन्द्री के स्कूली बच्चें आज भी अपने सर पर सायकल और स्कूली बैग को उठाकर नदी पार कर स्कूल जाने को मजबूर है। बरसात के दिनों में नदी में बाढ़ होने से बच्चे कई दिनों तक स्कूल भी नही जा पाते है। ग्रामीणों ने बताया है कि जब किसी का तबियत खराब हो जाता है या डिलवरी का समय रहता है तो और भी परेशानी होता है। मरीजों को खाट में उठा कर मुश्किल से नदी पार करवाते है मगर हम लोग वर्षो से सड़क और पूल की मांग करते-करते तक चुके है मगर हमारा कोई सुनने वाला नही इस लिए जब हमारी परेशानी ही दूर नही हो सकता, तो अब वोट देकर भी क्या करे। इसलिए अब हम हर चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
सत्ताधारी विधायक से था उम्मीद पर नही उतर रहे खरे
ग्राम बेन्द्री के ग्रामीणों ने बताया है कि जिस तरह प्रदेश सरकार गांव गरीब किसान हितैषी सरकार का ढोल पिट रहे है उसके हिसाब से सत्ताधारी विधायक यसोदा वर्मा से हम लोगो को अपने गांव में कम से कम पक्की सड़क का उम्मीद लगाए बैठे थे मगर उम्मीद करते-करते फिर चुनाव के दिन आने वाले हमारी उम्मीद पर पानी फिरते नजर आ रहा हम लोग जिस प्रकार आज समस्या से जूझ रहे है। उससे तो साफ है कि हमारी उम्मीदों पर सत्ता दल के विधायक भी खरे नही उतरे।
इस पर एसडीएम गंडई रेणुका रात्रे का कहना है कि ग्राम बेन्द्री के ग्रामीण अपने गांव में सड़क की मांग किये थे जिसके बाद प्रपोजल तैयार कर स्वीकृति के लिए प्रशासन को भेजे है अभी तक स्वीकृति नही आया है।