नई दिल्ली। NATIONAL NEWS : दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने अपने एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है. आरोप यह है कि पुलिसकर्मी ने कथित तौर पर एक दक्षिण कोरियाई नागरिक से यातायात नियमों के उल्लंघन को लेकर 5,000 रुपये वसूले और बाद में उसे जुर्माने की कोई रसीद नहीं दी. ट्रैफिक पुलिसकर्मी की पहचान महेश चंद के रूप में हुई है।
यह वीडियो यूट्यूब चैनल FITVELY से 20 जुलाई को पोस्ट किया गया था। इस क्लिप में 21.40 मिनट पर देखा जा सकता है कि ‘दिल्ली ट्रैफिक पुलिस कॉन्स्टेबल’ दक्षिण कोरियाई युवक को रोकता है और उससे कहता है कि उसने गलत तरफ गाड़ी चलाकर ट्रैफिक नियम तोड़ा है और उसे पांच हजार रुपये का फाइन देने को कहते हैं। युवक को लगता है कि पुलिस वाले ने 500 रुपये का फाइन मांगा है, तो वह 500 का नोट देने लगता है। इस पर कॉन्स्टेबल कहता है- 500 नहीं, 5000 रुपये। वह जुर्माना कैश में ही भरने को कहता है। ऐसे में बंदा सारे पैसे उठाकर देने लगता है, जिसमें एक 50 रुपये का नोट भी होता है। इस पर कॉन्स्टेबल 50 रुपये नहीं देने का इशारा करते हैं और पूरे पैसे लेकर एक 500 का नोट वापस दे देता है। बंदा हाथ थैंक्यू बोलकर आगे चला जाता है। पर कॉन्स्टेबल युवक को फाइन की कोई रसीद नहीं देता है।
इस मामले को ट्विटर यूजर ‘प्रिया’ (@Miracle2204) ने 20 जुलाई को सोशल मीडिया पर उठाया। उन्होंने पुलिस कॉन्स्टेबल की तस्वीरें और वीडियो का लिंक साझा करते हुए लिखा – 21.40 पर ‘महेश चंद’ नाम के भ्रष्ट ट्रैफिक पुलिस अधिकारी ने एक विदेशी से 5000 रुपये फाइन लिया और उसे बदले में रसीद तक नहीं दी। महिला ने ‘दिल्ली ट्रैफिक पुलिस’, ‘दिल्ली पुलिस कमिश्नर’, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी’ और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को टैग कर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
इस मामले पर ‘दिल्ली ट्रैफिक पुलिस’ के आधिकारिक हैंडल से 23 जुलाई को लिखा गया- सोशल मीडिया पोस्ट पर संज्ञान लेते हुए वीडियो में दिख रहे संबंधित अधिकारी को निलंबित कर दिया है। जब तक जांच चलेगी वो निलंबित रहेंगे। साथ ही यह भी लिखा कि दिल्ली पुलिस की भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति है। वहीं, कॉन्स्टेबल ने पूछताछ में बताया कि वे युवक को फाइन की रसीद देने वाले थे। लेकिन वो रसीद निकलने से पहले ही चला गया।