कूनो नेशनल पार्क में एक मादा चीते की मौत हो गई है। 26 मार्च से अब तक 3 शावकों सहित 9 चीतों की मौत हो चुकी है। इन चीतों को दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से कूनो नेशनल पार्क में लाया गया था।
मादा चीता की मौत की पुष्टि कूनो के एक अधिकारी ने की है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा था कि आपसी राजनीति से ऊपर उठकर चीतों को राजस्थान में शिफ्ट करने पर सोचना चाहिए। राजस्थान में विपक्षी दल कांग्रेस की सरकार है, सिर्फ ये सोचकर आप इसको नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।
चीतों की मौत का ये सिलसिला 26 मार्च से शुरू हुआ
चीतों की मौत का ये सिलसिला 26 मार्च से शुरू हुआ था, जब 4 साल की मादा चीता साशा की मौत हुई थी। उस समय मौत का कारण किडनी इंफेक्शन बताया गया था। हालांकि जांच में सामने आया था कि साशा को किडनी की बीमारी नामीबिया से थी। इसके बाद 2 अप्रैल को दूसरे चीते की मौत हुई। उसकी मौत की वजह दिल का दौरा बताया गया। चीतों की मौत का सिलसिला तब से रुकने का नाम नहीं ले रहा है।