पाण्डुका। CG NEWS : हमारे सनातन धर्म में पौराणिक कथा ग्रंथों में वृक्षों की महिमा को बताया गया है। कहीं पर एक वृक्ष को दस पुत्र के समान बताया है तो कहीं पर वृक्षों को धरा को स्वर्ग बनाने का प्रथम चरण बताया है। सनातन धर्म ने सदैव ही वृक्षों की महत्ता को स्वीकारा है आज आधुनिक विज्ञान भी मानव जीवन के उज्जवल भविष्य के लिए वृक्षों की महत्ता को सर्वाधिक बल दिया है।
देश व प्रकृति का कल्याण मात्र शासन की जिम्मेदारी नहीं है अपितु यह हर मानव तथा हर मानव समाज की भी जिम्मेदारी है। “वृक्ष है तो जल है, जल है तो कल है” को उद्देश्य वाक्य बनाकर साहू समाज परिक्षेत्र पाण्डुका ने अपने अन्तर्गत आने वाले बाइस गांवों में वृक्षारोपण करने का निर्णय लिया है। इस महाअभियान की शुरुआत ग्राम कुम्हरमरा से किया गया है तथा स्कूल प्रांगण में लगभग पचास फलदार पौधों का रोपण किया गया है जिसमें आम, कटहल अमरुद, जामुन, आँवला आदि पेड़ शामिल हैं।
इस अवसर पर पेड़ का महत्व बताते हुए परिक्षेत्र अध्यक्ष विरेन्द्र कुमार साहू ने अपनी कविता की दो पंक्ति “आओं करें वृक्षारोपण, यहीं मिलेंगे राम व मोहन!” सुनाया। परिक्षेत्र के संरक्षक महेन्द्र साहू ने वृक्षों को जीवंत देवता बताया तथा इसकी रक्षा करना हम सबका धर्म बताया। उपाध्यक्ष गुलाब साहू ने वृक्षारोपण को आज की आवश्यकता व प्रकृति के प्रति अपना मूलभूत कर्तव्य बताया। राभमंस. के उपाध्यक्ष नूतन साहू ने वृक्षारोपण के महत्व पर कविता पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन सचिव श्रवण साहू, सहसचिव फगेश्वर साहू ने किया। इस अवसर पर महिला उपाध्यक्ष दुलारी साहू, कोषाध्यक्ष गिरवर साहू कनिष्ठ उपाध्यक्ष यादराम साहू, मनीराम साहू पोड़, भुपेन्द्र साहू गाड़ाघाट, गुणवंत साहू पाण्डुका, कृष्ण कुमार साहू पाण्डुका, ओमप्रकाश साहू खट्टी, रेवाराम साहू गाड़ाघाट, खिलेश्वर साहू तौरेंगा, श्यामलाल साहू तौरेंगा, नेतराम साहू कुरुद, बिसन साहू कुरुद, शिवकुमार साहू, नोहर साहू पोड़, पूर्णाचंद साहू, डागेश्वर साहू कुरुद, टेमन ध्रुव, आशाराम ध्रुव, भागवत साहू, रामेश्वर साहू, चंद्रहास साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।