बिलासपुर। CG NEWS : सिम्स में एक बार फिर से सीनियर और जूनियर डॉक्टर के बीच मारपीट हुई है। घटना में जूनियर डॉक्टर को उपचार के लिए सिम्स में भर्ती कराया गया। वहीं इस पूरे मामले की शिकायत वार्डन ने सिम्स डीन से की है। डीन में विधिवत कार्यवाही करते हुए सीनियर डॉक्टर को हॉस्पिटल से हटा दिया है।
आपको बता दें कि शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात सिम्स मेडिकल कॉलेज में उस समय हड़कंप मच गया जब आपसी रंजिश के चलते सीनियर डॉक्टर ने जूनियर डॉक्टर की जमकर पिटाई कर डाली। यह मामला प्रकाश में आते ही सिम्स परिसर में हड़काम मच गया।मौके से वार्डन ने इसकी जानकारी सिम्स के डीन को दी। इसके बाद विधिवत कार्यवाही करते हुए सिम्स प्रबंधन ने सीनियर डॉक्टर को हॉस्टल से हटा दिया और वहीं घटना में घायल जूनियर डॉक्टर को सिम्स के ही आईसीयू में रखकर प्राथमिक उपचार करने के बाद डिस्चार्ज कर दिया है। लंबे समय से सिम्स अवस्थाओं को लेकर तो सुर्खियों में बना ही हुआ है। लेकिन अब यहां डॉक्टरों की मनमानी रंगदारी और गुंडागर्दी के चलते भी सिम्स सुर्खियां बटोर रही है। सिम्स के सीनियर डॉक्टरों की यह कोई पहली और नई कारस्तानी नहीं है बल्कि इससे पहले भी सीनियर डॉक्टरों ने रंगदारी दिखाते हुए जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट की है।लेकिन आज तक सिम्स प्रबंधन की ओर से कोई सख्त कदम नहीं उठाने के चलते ही सीनियर डॉक्टरों का हौसला बुलंद है।
ग्रैंड न्यूज़ के संवाददाता ने जब इस मामले पर जानकारी लेते हुए सिम्स के अधीक्षक डॉक्टर नीरज शेंडे से घटना का वास्तविक कारण पूछा।तो उन्होंने इसे आपसी रंजिश बताई। इसके बाद उनसे यह भी पूछा गया कि इस तरह की घटनाओं से सिम्स का नाम खराब हो रहा है सीनियर डॉक्टरों पर कोई सख्त कार्रवाई क्यों नही होती। उन्होंने जवाब दिया कि यहां सैकड़ो डॉक्टर है नोकझोक हो जाती है। वैसे भी झगड़ा जरूर हुआ, लेकिन किसी को गम्भीर चोट नही आई। जिस तरह से सिम्स प्रबंधन मामले को हल्के में ले रहा है निश्चित ही ये आगे चलकर बड़ा रूप ले सकता है।