पिछले साल सरकारी हाथों से निकलकर टाटा समूह (Tata Group) के हाथों में वापस लौटी एयर इंडिया (Air India) को कल रात नई पहचान मिल गई है। टाटा समूह ने एयर इंडिया का नया लोगो और ब्रांड पहचान को लॉन्च किया है। दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में टाटा ग्रुप के प्रमुख एन चंद्रशेखरन ने एयर इंडिया का कायाकल्प करने की योजना के तहत एयरलाइन की नई ब्रांड पहचान और विमान के रंगरूप का अनावरण किया गया।
एयर इंडिया ने घोषणा करते हुए बताया कि विमान का नया रूप एयर इंडिया द्वारा पहले से इस्तेमाल की जाती रही भारतीय खिड़की को सोने की खिड़की के फ्रेम में डिजाइन किया गया है। विज्ञप्ति में इसे ‘संभावनाओं की खिड़की’ का प्रतीक बताया गया है। विज्ञप्ति के मुताबिक, एयर इंडिया का नया प्रतीक चिह्न (लोगो) ‘द विस्टा’ सोने की खिड़की के फ्रेम के शिखर से प्रेरित है, जो असीमित संभावनाओं, प्रगतिशीलता और भविष्य के लिए एयरलाइन के साहसिक, आत्मविश्वासपूर्ण दृष्टिकोण को दर्शाता है।
महाराजा का क्या होगा?
भले ही एयर इंडिया को नई पहचान मिली है, लेकिन इसका प्रतिष्ठित ‘महाराजा’ शुभंकर कहीं नहीं जा रहा है। एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने कहा कि एयरलाइन के प्रतिष्ठित महाराजा मैस्कॉट जीवित हैं, उन्होंने कहा कि बीते दिनों महाराजा के हटने की अफवाहों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। सीईओ विल्सन ने कहा, ”महाराजा एयर इंडिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और हम वास्तव में इसे भारत के प्रवासियों के साथ जारी रखना चाहते हैं।”
2022 में टाटा के हाथ में पहुची थी कमान
टाटा समूह ने जनवरी 2022 में घाटे में चल रही एयर इंडिया का नियंत्रण सरकार से अपने हाथ में लिया था। इसके बाद से ही उसने एयरलाइन के कायाकल्प के लिए कई स्तरों पर योजनाएं बनाई हैं। इसी क्रम में एयर इंडिया ने एयरबस और बोइंग को 470 विमानों की आपूर्ति के लिए 70 डॉलर का ऑर्डर भी दिया है।