रायपुर। RAIPUR NEWS : राजधानी में स्थित नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में विश्व अंग दान दिवस मनाया गया। अंग दान अंतिम चरण के अंग रोग से पीड़ित व्यक्ति को एक अंग का उपहार है और जिसे चिकित्सा के लिए प्रत्यारोपण की आवश्यकता होती है। WHO की वैश्विक सड़क सुरक्षा रिपोर्ट 2015 के अनुसार भारत में सड़क दुर्घटनाओं के कारण 2,00,000 से अधिक मौतें होती हैं। इन घातक सड़क दुर्घटनाओं में से 40-50% में मृत्यु का कारण सिर की चोट होती है, जिससे पीड़ित व्यक्ति एक संभावित अंग दाता बन सकता है। जिस बात पर जोर देने की जरूरत यह है कि अगर सड़क दुर्घटना में मृत मरीजों में से 10% भी अंग दाता बन जाते हैं, तो इससे जीवित व्यक्ति के लिए अंग दान करने की व्यावहारिक रूप से कोई आवश्यकता नहीं है।
ऐसे अनेक उदहारण है जहा अंग दान के द्वारा बहुत से लोगों की जान बचाई जा चुकी है। इसी सन्दर्भ में लोगों को जागरूक करने के लिए एनएच एमएम आई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में विश्व अंग दान दिवस मनाया गया। जहा 20 से अधिक लोगों ने अंग दान करने की शपथ ली और एम एम आई नर्सिंग कॉलेज के बच्चो ने पोस्टर बना कर अंग दान देने का सन्देश दिया।
कार्यक्रम में डॉ.सुनील धर्मानी (सीनियर नेफ्रोलॉजिस्ट), डॉ वरुण शर्मा (यूरोलॉजिस्ट), डॉ राकेश चंद (हेड कार्डियक अनीसथिसिओलॉजी), डॉ प्रदीप शर्मा (हेड क्रिटिकल केयर), डॉ.गौरव जोशी (गैस्ट्रो सर्जन), तपानी घोष (फैसिलिटी डायरेक्टर), डॉ अक्षय खिलेदार (सीनियर मेडिकल सुप्रींटेंडेंट), रवि भगत (मार्केटिंग हेड), धर्मा राव (जनरल मैनेजर), श्वेता पतरस (प्रिंसिपल एम एम आई नर्सिंग कॉलेज) मौजूद रहे।
डॉ. धर्मानी ने इस पहल की तारीफ करते हुए कहा कि साउथ इंडिया की अपेक्षा नार्थ इंडिया में अंग दान के प्रति लोगों में कम जागरूकता है। अतः हमे इस दिशा में और कार्य करने की आवस्यकता है। डॉ. राकेश ने कार्यक्रम में मौजूद अंग दान करने की शपथ लेने वालो को बधाई दी और कहा कि अंग दान से बहुत से लोगों को नई ज़िन्दगी मिल सकती है। डॉ. प्रदीप ने कहा कि राज्य में अंग दान के लिए अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (SOTTO) कार्यरत है जहा से आप अंग दान से सम्बंधित जानकारी प्राप्त कर सकते है। तपानी घोष ने कहा कि एम एम आई हॉस्पिटल लोगों में जागरूकता लाने के लिए ऐसे और भी मुहीम चलाता रहेगा। उन्हें सभी प्रतियोगियों को अंग दान का सन्देश देने के लिए पुरस्कृति भी किया।