हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। वास्तु शास्त्र में घर की हर छोटी से लेकर बड़ी वस्तु को रखने के कुछ नियम बताए गए हैं। साथ ही इसमें कुछ ऐसे पौधों का भी जिक्र है जिन्हें घर में लगाने से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्त होती हैं।
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केले के पेड़ को कभी भी पूर्व या दक्षिण दिशा के आग्नेय कोण में नहीं लगाना चाहिए। इसके अलावा, वास्तु शास्त्र में पश्चिम दिशा में भी केले का पेड़ लगाना सही नहीं माना गया। साथ ही घर के मुख्य द्वार के सामने नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि इससे घर में आने वाली सकारात्मक ऊर्जा अवरुद्ध हो सकती है।वास्तु के अनुसार केले के पेड़ के आसपास कोई कांटेदार पौधे जैसे गुलाब आदि नहीं लगाना चाहिए। इससे घर में लड़ाई-झगड़े की स्थिति उत्पन्न होती है। केले के पेड़ को कभी सूखने न दें। इसके अलावा, केले के पेड़ में कभी भी गंदा पानी नहीं डालना चाहिए।
केले के पेड़ की पूजा करने का विशेष महत्व
सनातन मान्यताओं के अनुसार, केले के पेड़ में भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और गुरुदेव बृहस्पति का वास होता है। इसलिए इसका इस्तेमाल मांगलिक कार्यों में विशेष रूप से किया जाता है। गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करने का विशेष महत्व है।
इस दिशा में लगाएं केले का पौधा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर दिशा में देवी-देवताओं का वास माना गया है। इसलिए अगर आप केले के पेड़ को घर में लगाने की योजना बना रहे हैं तो इसके लिए उत्तर दिशा सबसे उत्तम मानी जाती है।