रायपुर। CG NEWS : छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सीएम भूपेश बघेल ने बड़ी घोषणा की है। चुनाव से महज ढाई महीने पहले हनुमान जी के नाम पर बजरंग बली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना के तहत रायपुर में राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी खोलने का ऐलान किया है। यह कहीं न कहीं भाजपा के हिंदुत्व के मुद्दे पर सीधा-सीधा प्रहार है। सीएम ने राज्य में कुश्ती को प्रोत्साहन देने के लिए नागपंचमी पर दो बड़ी घोषणाएं कर लोगों को चौंका दिया है।
इसके पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य में मल्लखांब जैसे पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए भी अकादमी खोलने की घोषणा कर चुके हैं। अब छत्तीसगढ़ में अखाड़ों के संरक्षण और संवर्धन और पहलवानों की प्रतिभाओं को निखारने के लिए बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना शुरू करने की घोषणा की है। राजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी खुलेगी। इसके माध्यम से प्रदेश की प्रतिभाओं को तैयार किया जाएगा। पहलवानों की प्रतिभा निखरेगी। उन्हें कुश्ती के क्षेत्र में बढ़ावा मिलेगा। बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना के पीछे मुख्यमंत्री बघेल का उद्देश्य छत्तीसगढ़ में कुश्ती जैसे पारंपरिक खेलों का बेहतर माहौल तैयार करना है। साथ ही प्रदेश की कुश्ती की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच लॉन्च करना है।
क्या है बजरंग बली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य
बजरंगबली प्रोत्साहन योजना के माध्यम से अखाड़ों का संरक्षण और संवर्धन भी होगा। जिन अखाड़ों में पहले पहलवानों की कुश्तियां दिखा करती थी, जहां पहलवान अपने दांव-पेंच दिखाया करते थे, लेकिन अब वहां सूना पसरा रहता है। इस योजना के माध्यम से इन अखाड़ों को पुनर्जीवन मिल सकेगा और एक बार पुनः यहां पहलवानों के दांव पेच देखने मिलेंगे। प्रदेश और देश के प्रतिभाशाली पहलवान यहां से भी तैयार हो सकेंगे। राजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी भी शुरू की जाएगी । इस आकदमी के माध्यम से कुश्ती की प्रतिभाओं को निखारने का प्रयास करेगी। भारत में और छत्तीसगढ़ में भी कुश्ती की बड़ी समृद्ध परंपरा रही है। धोबी पछाड़, धाक, झोली जैसे दांवपेच अखाड़ों से निकलकर हमारी जुबान में भी पहुंच गए हैं। इससे पता चलता है कि कुश्ती का खेल हमारी परंपरा का कितना गहरा हिस्सा रहा है। इस परंपरा को दोबारा सहेजने के लिए ये दो बड़ी घोषणा मुख्यमंत्री ने की है।
निखरेगी पहलनावों की कुश्ती
खास बात ये है कि यह घोषणा नाग पंचमी के मौके पर हुई है। नागपंचमी का त्यौहार कुश्ती के दंगलों के लिए जाना जाता है। लोग उत्साह से त्योहार के दौरान अखाड़े में जुटते हैं। बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना आरंभ होने से अगली नाग पंचमी में बहुत सारे अखाड़ों में पहलवानों की और दर्शकों की धूम दिखेगी। अगली बार छत्तीसगढ़ के लोग नाग पंचमी और ज्यादा उत्साह से मना सकेंगे। देश और प्रदेश की पहलवनाों की कुश्ती निखरेगी।