गरियाबंद राष्ट्रीय राजमार्ग में एक दंतैल हाथि को सड़क पार करते देखा गया। इस दौरान मार्ग के दोनों छोर में आवागमन लगभग एक घंटे से ज़्यादा समय तक से बाधित रही । दो दंतैल हाथियों के निकटवर्ती जंगल में डेरा डालने से ग्रामीणों भय बना हुआ है।
हाथियां की चहलकदमी रहवासी क्षेत्र में ऐसे समय में बढ़ी है जब खेती किसानी शुरू चुकी है किसान अपने खेत में बुआई का कार्य शुरू कर चुके है। दल में दो दंतैल हाथि शामिल हैं। वन विभाग ने निकटवर्ती गांव के ग्रामीणों को सतर्क किया है कि वे जंगल की ओर न जाएं।पर अब ये दोनों दंतैल हाथी लगतार सड़क पर विचरण करते नज़र आ रहे है ,चारा और पानी की तालाश में हाथी रहवासी क्षेत्र की ओर आने लगे हैं। बताना होगा पांडुका जतमाई बारुका वन परिक्षेत्र अन्य क्षेत्रों की तुलना में हाथियों के लिए अनुकूल है। यही वजह है कि हाथियों का विचरण इस क्षेत्र में लगातार बना हुआ है।
बताना होगा कि जिस तादाद में हाथियों की संख्या वन क्षेत्र में बढ़ रही है उसकी तुलना में सुरक्षा के उपाय किए जाना बेहद ज़रूरी है । रहवासी क्षेत्र में मकान तोड़ने और फसल नुकसान की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं।और अब लगातार नेशनल हाईवे में गजराज की धमक से लोगो की नींदे उड़ी हुई है