रायपुर : CG BIG NEWS : ED की टीम ने बुधवार को मुख्यमंत्री के करीबियों के घर पर छापेमार कार्रवाई की थी. सीएम के ओएसडी आशीष वर्मा और मनीष बंछोर, कारोबारी विजय भाटिया और सीएम के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा भी ईडी की रेड के दायरे में आए. इस रेड के बाद विनोद वर्मा ने इस छापेमारी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. विनोद वर्मा ने इस छापे का आधार एक पत्रिका में छपी रिपोर्ट को बताया है.जिसमें विनोद वर्मा पर गंभीर बातें लिखी गई थी.
ईडी पर घर में डकैती करने का आरोप
विनोद वर्मा ने ईडी पर खुद के घर में डकैती करने का आरोप लगाया. विनोद वर्मा की माने तो ईडी को जो उन्होंने बयान दर्ज कराए हैं उसमें भी उन्होंने ईडी के ऊपर लूट और रॉबरी जैसी बातों को दर्ज कराया है. ईडी पर विनोद वर्मा ने उनके घर से गहने चोरी करने के आरोप लगाए हैं. ईडी पर हमला करते हुए विनोद वर्मा ने कहा कि मैंने ईडी को सोने के गहनों की पुख्ता जानकारी बिल समेत दी. बावजूद इसके ईडी ने मेरे घर से सारे गहनों को समेट लिया.
विनोद वर्मा की माने तो ईडी ने उनसे बिल के साथ सोना खरीदने के लिए उनके चुकाए गए पैसों की जानकारी मांगी.विनोद वर्मा के असमर्थता जाहिर करने के बाद ईडी ने विनोद वर्मा के घर से सारा सोना जब्त कर लिया.हैरानी की बात ये है कि ईडी ने जो जब्ती बनाई है,उसमें विनोद वर्मा के घर से जब्त किए गए सोने के सारे बिल का विवरण दर्ज है.
पत्रिका के खिलाफ भी शिकायत की कही बात :
विनोद वर्मा ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाए.साथ ही साथ इसके लिए एक पत्रिका को जिम्मेदार बताया. विनोद वर्मा ने कहा कि एक पत्रिका को पढ़कर मेरे घर पर ईडी आई. जिसमें ये लिखा गया था कि मेरे संबंध किसी रवि उत्पल और चंद्रभूषण वर्मा के साथ हैं.पत्रिका में रवि उत्पल को मेरे बेटे के ससुराल पक्ष का रिश्तेदार बताया गया है.जो सरासर गलत है.इस पत्रिका के खिलाफ मैंने दिसंबर 2022 में ही पुलिस के आला अधिकारियों के पास लिखित शिकायत दी है.साथ ही साथ जांच में सहयोग करने की बात भी लिखी है.वहीं विनोद वर्मा ने संबंधित पत्रिका के संपादक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है.
कौन हैं चंद्रभूषण ? : विनोद वर्मा ने बताया कि जिस चंद्रभूषण वर्मा को ईडी ने गिरफ्तार किया वो पुलिस में है.उससे मेरे कोई संबंध नहीं है.सीएम सर के उससे कोई संबंध नहीं हैं. उससे मेरी मुलाकात कई साल पहले हुई थी. जिसमें मैंने चंद्रभूषण को आगाह किया था मेरा या सीएम सर का नाम लेकर किसी भी तरह का गलत काम किया,तो तुम्हारी वर्दी भी उतरेगी और जेल भी जाना पड़ेगा.आपको बता दें कि चंद्रभूषण वर्मा को ईडी ने महादेव ऑनलाइन सट्टा एप से जुड़े होने के कारण हिरासत में लिया है.
”मैंने ईडी से बार-बार पूछा कि छापे का क्या आधार है बता दीजिए.क्या चुनाव परिणाम को जनता के वोट से बदलने के बजाय ऐसा कर रहे हैं. सीएम के करीबी लोगों को तोड़ रहे हैं. मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहे है महादेव एप को लेकर जांच करें स्वागत है. केंद्र के नियमों ने कई खेलों को सट्टा बना दिया है.सट्टेबाजी पर GST लगाओ. इससे ज्यादा दोहरे चरित्र का कोई उदाहरण नहीं हो सकता. बीजेपी ईडी ,आईटी के साथ ही छत्तीसगढ़ में चुनाव लड़ना चाहती है. 65 करोड़ में से 1 अठन्नी भी मुझे आई हो तो मैं मान जाऊंगा.” विनोद वर्मा, सीएम भूपेश के सलाहकार
चुनाव से पहले टारगेट करने का आरोप : विनोद वर्मा ने इस दौरान कहा कि पिछले चुनाव में भी मुझे टारगेट किया गया था.ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज किया था.सीबीआई ने जांच के बाद मुझसे कई लोगों के नाम लेने को कहा,मैंने इनकार कर दिया.इसके बाद जब कोर्ट में चालान पेश हुआ तो वो धारा ही हटा दी गई जिसमें मुझे 65 दिन जेल में रखा गया था.