गरियाबंद ज़िले में हाथियों का उत्पात कम होता नहीं दिख रहा है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में आए दिन हाथियों की दस्तक और नुकसान की खबरें लगातार आती रहती है। शनिवार को रात क़रीब 10:30 को गरियाबंद नांगझर के पास दो दंतैल हाथियों की वजह से नेशनल हाईवे जाम हो गया। पांडुका वन परिक्षेत्र में मौजूद 2 हाथि मार्ग पर आ गए। हाथियों की मौजूदगी के कारण करीब 1 घंटे 45 मिनट तक हाईवे को बंद करना पड़ा। दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई।
जंगली हाथियों के चलते अब नेशनल हाईवे 130 सी के गरियाबंद देवभोग मार्ग पर दुपहिया और चार पहिया वाहनों से आवाजाही करने वाले संभल कर चलने को विवश है। इस सड़क मार्ग पर कभी जंगली हाथी राहगीर के सामने आ जाते हैं। संभल कर चलने की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि रास्ते में अनेक मोड़ हैं। अचानक हाथियों का दल सड़क पर आ जाता है।
ख़ौफ़ भरा मंजर आधि रात 50 से 60 गाड़ियाँ रास्ते पर और हाथी की चिंघाड़
रायपुर से गरियाबंद आ रहे अपने परिवार के साथ आ रहे प्रकास सरवैय्या और विकास रोहरा ने ग्रैंड न्यूज़ से बात करते हुए आप बीती सुनाई उन्होंने बतलाया कैसे वे आधि रात में अपने पूरे परिवार के साथ 1 घंटे 45 मिनट तक रोड ब्लाकेज में हथियो की वजह से फसे रहे यह उनके लिए बेहद डरा देने वाला समय रहा लगभग 50 से 60 गाड़ियाँ जाम में फसे हुए थे पर वे सब ख़ैरियत से अपने शहर पहुँच गये और साथ ही वन विभाग के कर्मचारियों का भी उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित किया की कैसे डिप्टी रेंजर शिवनारायणवर्मा और हाथी रक्षक दल के अधिकारी कर्मचारियों ने उन् सबको वहाँ से सकुशल रोड क्रॉस करवाया और उन्हें उनके घर जाने में मदद की
बीते चार दिनों में तीन से चार बार ऐसी घटना हो चुकी है। दरअसल लगातार जंगली हाथी नेशनल हाइवे पार कर इधर से उधर हो रहे हैं। इसके चलते हर बार घंटेभर से ज्यादा समय तक नेशनल हाइवे पर आवाजाही भी बंद रखना पड़ा है। वहीं राहगीरों में भी भय व्याप्त है
हथियो को ट्रैक करना और समय पर राहगीरों को सुरक्षित रोड क्रास करवाना हमारे लिए रोज़ एक नया टास्क
उपवन क्षेत्रपाल शिवनारायण वर्मा ने बताया कि गरियाबंद – रायपुर मार्ग पर हाथियों के आने की वजह से जाम लग गया। हाथियों का झुंड सड़क पर आ गया। सूचना पर वन विभाग की टीम पहुंची। लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को हाथियों से दूर रहने की हिदायत दी गई। पांडुका वन परिक्षेत्र में अभी 2 हाथियों का झुंड मौजूद है। ग्रामीणों को हाथियों के करीब नहीं जाने मुनादी कराई गई है। वहीं रात्रि के समय मशाल जलाकर ग्रामीणों के घर की सुरक्षा भी की गई। हाथियों के गांवों के करीब आने की वजह से ग्रामीणों में दहशत है। हाथियों ने कई किसानों की फसल को भी रौंदकर बर्बाद कर दिया है।कल रात हाथि रोड क्रास करने के बाद बारुका गाँव पहुँचे और वहाँ से दोनों हाथी नदी पार कर मोहरा पहुँच गए है हथियो के रोड क्रास करते ही राहगीरों के लिए रास्ता खोला गया, फ़िलहाल अभी दोनों हाथी मोहरा के जंगलों के आस पास है श्री वर्मा ने बतलाया वन विभाग की टीम लगातार हाथियो को ट्रैक करते आ रही है ताकि आम लोगो किसी प्रकार जानमाल की हानि ना हो