गरियाबंद के ज़िला जेल (गरियाबंद jila Jail) में बंद हवालातियों व कैदियों के लिए जेल प्रबंधन द्वारा राखी का पावन त्यौहार मनाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए। इस दौरान बड़ी संख्या में बहनों ने अपने भाइयों को राखी पहुँचायी।
राखी का त्योहार ऐसा है कि बहन-भाई भले ही कितनी भी दूर हों, इस त्योहार पर एक-दूसरे से मिले बिना नहीं रह सकते, ऐसे में भला जेल की सलाखें एक बहन को भाई के राखी बांधने से कैसे रोक पातीं. रक्षाबंधन के मौके पर बहनें सेंट्रल जेल में बंद अपने भाइयों को राखी बांधने पहुंचीं. इस दौरान बहन-भाई दोनों की आंखें नम हो गई. हालाकि सुरक्षा कारणों की वजह से वे राखी बांध नहीं पाये पर उन्हें बाक़ायदा टेलीकाम के ज़रिए अपने अपने भाइयो से बात करवाकर राखी और मिठाई उन तक पहुँचाया जेल प्रशासन ने भी इस मौके पर खास इंतजाम किए हैं, ताकि बहन-भाइयों को परेशानी न हो. कई बहनें तो अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए कोसों दूर से आई थीं.
शासन के निर्देशानुसार कोरोना (कोविड-19) वायरस का संक्रमण पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है, साथ ही वर्तमान में सभी ओर आई- फ्लू का संक्रमण बहुतायत में फैला हुआ है। अतः कोरोना (कोविड-19) वायरस एवं आई फ्लू संक्रमण के दृष्टिगत इस वर्ष भी रक्षाबंधन का कार्यक्रम जेल में आयोजित नहीं किया जावे। जिसके चलते जेल प्रबंधन ने बहनो की हाथों से राखी ना बँधवाते हुए क़ैदी भाइयो तक उनकी राखी पहुँचायी
जेल प्रबंधन द्वारा किए गए बढ़िया प्रबंध
उल्लेखनीय है कि राखी के पावन त्यौहार को लेकर स्थानीय गरियाबंद ज़िला जेल में जेल प्रबंधन द्वारा रक्षा बंधन पर बढ़िया प्रबंध किए गए थे। इस दौरान जेल प्रबंधन द्वारा सुरक्षा के बीच 10-10 हवालाती अथवा कैदियों को उनकी बहनों से टेलिकाम के ज़रिए बात करवायी गई और उनकी राखी भाइयो तक पहुँचायी गई। इस दौरान जेल प्रबंधन द्वारा कैदियों व उनकी बहनों के लिए विशेष तौर पर प्रबंध किया था। जानकारी के अनुसार बुधवार को लगभग 25 बहनो ने ज़िला जेल में अपने भाइयों को राखी पहुँचायी।
जेल प्रभारी ने कहा बहनों को नहीं होने देंगे कोई परेशानी
इस संबंध में जेल प्रभारी ने बताया की उच्च अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत कैदियों व हवालातियों के लिए राखी का त्यौहार मनाने के विशेष प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि आई हुई बहनों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।