प्रदेश के वकीलों ने आज महाबंद का ऐलान किया है। इसके साथ ही एडवोकेट किसी भी कोर्ट में काम नहीं करेंगे और अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर जिला मुख्यालयों में विरोध-प्रदर्शन करेंगे। इसी कडी में गरियाबंद अधिवक्ता संघ ने भी विरोध प्रदर्शन करते हुए सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया, बतादें कि वकील एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने, मृत्यु दावा राशि 10 लाख रुपए करने की मांग कर रहे हैं। जहा 4 सितंबर को महाबंद करने के निर्णय पर सहमति जताई गई थी। वही उन्होंने आगे बताया कि अभी शासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए एक दिवसीय प्रदर्शन किया जा रहा है।
वही जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती हैं, तब तक अधिवक्ताओं का आंदोलन चलता रहेगा। इसके साथ ही एक दिवसीय प्रदर्शन के बाद आंदोलन के दूसरे तरीके भी अपनाएंगे। पूर्व में सरकार के वादा करने के बाद भी अधिवक्ताओं की मांगों को पूरा नहीं किया गया इससे भारी असंतोष है।
इसके साथ ही वकीलों ने अपनी लंबित मांग एडवोकेट प्रोटेक्शन लागू करने को लेकर राजधानी रायपुर में प्रदर्शन किया था। लेकिन, इसके बाद भी अब तक शासन की तरफ से वकीलों की मांग पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।
ये रहे उपस्थित- गरियाबंद बार के अध्यक्ष नरेंद्र देवांगन, वरिष्ठ अधिवक्ता मुर्तुज़ा खान {साबिर भाई) सचिव प्रदीप लांबे, मुकेश मिश्रा जनक राम साहू,शेख सिराज,भेसू राम देवांगन,प्रशांत मानिकपुरी फहद आमीर खान,राकेश चौहान रामेश्वर निर्मलकर दुष्यंत सिन्हा, गजानंद सिन्हा ,