भारत की राजधानी नई दिल्ली में भारत मंडपम में आज जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनियाभर के तमाम दिग्गजों का स्वागत किया। आपको बता दें कि मेहमानों का आगमन गुरुवार से ही शुरू हो गया था। शुक्रवार को देर शाम अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन दिल्ली पहुंचे।
पीएम मोदी ने भारत मंडपम में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने कोणार्क चक्र के बारे में राष्ट्रपति बाइडेन को बताया।
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जी20 शिखर सम्मेलन प्रगति मैदान में नवनिर्मित अंतराष्ट्रीय प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केंद्र ‘भारत मंडपम’ में आयोजित किया जा रहा है। पीएम मोदी आमंत्रित देशों के राष्ट्रध्यक्षों के बाद अब जी20 देशों के राष्ट्राध्यक्षों का स्वागत कर रहे हैं। जी20 के सदस्य देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।
अब से G20 को G21 कहा जाएगा
अब से G20 को G21 कहा जाएगा. अफ्रीकन यूनियन को स्थाई सदस्यता मिल गई है. भारत ने खुद को ग्लोबल साउथ के लीडर के तौर पर स्थापित किया। अफ्रीकन यूनियन में 55 देश शामिल है. पीएम मोदी ने कहा, हमने प्रस्ताव रखा था कि अफ्रीकन यूनियन को जी 20 की स्थायी सदस्यता दी जाए. विश्वास है कि इसमें आप सबकी सहमति है। आप सबकी सहमति से आगे की कार्रवाई शुरू करने से पहले अफ्रीकन यूनियन को सदस्य के रूप में आमंत्रित करता हूं।
पीएम मोदी बोले- ये सबको साथ मिलकर चलने का समय
दिल्ली में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा, कोविड-19 के बाद विश्व में बहुत बड़ा संकट विश्वास के अभाव का आया है। युद्ध ने ट्रस्ट डेफिसिट को और गहरा किया है. जब हम कोविड को हरा सकते हैं तो आपसी अविश्वास के तौर पर आए संकट को भी हरा सकते हैं। हम सब मिलकर ग्लोबल ट्रस्ट डेफिसिट को एक विश्वस और एक भरोसे में बदलें. ये सबको साथ मिलकर चलने का समय है.सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास का मंत्र हम सब के लिए पथ प्रदर्शक बन सकता है।
फ्रांस के राष्ट्रपति अभी नहीं पहुंचे भारत
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का अभी भारत पहुंचना बाकी है। मैक्रों दोपहर 12.35 बजे एयरफोर्स स्टेशन पालम पहुंचेंगे