केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस के बढ़ते मामलों के बीच गुरुवार को सभी स्कूल-कॉलेज दो दिनों के लिए बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। यहां निपाह वायरस से दो लोगों की मौत हो चुकी है। एक 9 साल का बच्चा आईसीयू में है। एक स्वास्थ्य कर्मचारी में भी निपाह वायरस की पुष्टि हुई है। इसी के साथ केरल में निपाह के अब तक पांच मामले सामने आ चुके हैं।
कर्नाटक में निपाह वायरस का अलर्ट – कर्नाटक के दक्षिण कन्नड जिले में भी अलर्ट जारी किया गया है। मेडिकल डिपार्टमेंट ने जिले में केरल से आने वाले फलों की जांच करने का निर्देश दिया है। साथ ही गाडिय़ों की जांच के लिए सीमाओं पर चेकपोस्ट बनाने को कहा है। मंगलुरु में ब्रेन फीवर की आशंका वाले मरीजों को ऑब्जर्वेशन में रखने को कहा गया है।
कोझिकोड में 7 कंटेनमेंट जोन बनाए गए – कोझिकोड में निपाह वायरस से पहली मौत 30 अगस्त और दूसरी मौत 11 सितंबर को हुई थी। वायरस को लेकर केरल के चार जिले- कोझिकोड, कन्नूर, वायनाड और मलप्पुरम अलर्ट पर है। अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। यहां की 7 ग्राम पंचायतों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
- दिमाग को नुकसान पहुंचाने वाले इस वायरस से कोझिकोड जिले में दो लोगों की मौत हुई है और तीन अन्य संक्रमित हैं. बुधवार को 24 वर्षीय स्वास्थ्य कर्मी के निपाह वायरस से संक्रमित होने के बाद केरल में इस बीमारी का 5वां मामला सामने आया था. तीनों संक्रमित व्यक्तियों का इलाज किया जा रहा है, जिसमें से एक 9 साल के बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है.
- सरकार ने ICMR को मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का ऑर्डर दिया है. निपाह वायरस के लिए यही एकमात्र एंटी-वायरल उपचार है, हालांकि इसे अभी क्लिनिकल मंजूरी नहीं मिली है. वायरस के बढ़ते मामलों के बीच गुरुवार 14 सितंबर को सभी स्कूल-कॉलेज दो दिनों के लिए बंद रखने का आदेश जारी किया गया है.
- कोझिकोड की जिलाधिकारी ए गीता ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि छात्रों के लिए शैक्षिक संस्थान दो दिनों तक ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों की परीक्षा सारणी में कोई परिवर्तन नहीं होगा. इस बीच, कोझिकोड में निपाह वायरस के संक्रमण को देखते हुए पड़ोसी जिले वायनाड में 24 घंटे का नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है.
- वायनाड जिला प्रशासन ने 15 कोर समितियों का गठन किया है जो संक्रमण के रोकथाम एवं निगरानी गतिविधियों का नेतृत्व करते हुए आपातकालीन स्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने का कार्य करेंगी. राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया था कि उच्च जोखिम वाली श्रेणी में आने वाले सभी 76 लोगों की हालत स्थिर बनी हुई है