इसरो के सौर मिशन आदित्य-एल1 को एक और सफलता मिली है. दरअसल, सूर्य मिशन पर निकले आदित्य-एल1 ने चौथी बार कक्षा बदलने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया है. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने आज यानी शुक्रवार देर रात इस प्रक्रिया को पूरा किया. इसके लिए इसरो ने कुछ देर के लिए थ्रस्टर फायर किए गए. इस बारे में अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी
बता दें कि इससे पहले, इसरो ने 10 सितंबर को रात करीब 2.30 बजे तीसरी बार आदित्य L1 की ऑर्बिट बढ़ाई थी. तब इसे पृथ्वी से 296 किमी x 71,767 किमी की कक्षा में भेजा गया. उससे पहले, तीन सितंबर को आदित्य एल1 ने फलतापूर्वक कक्षा बदली थी. जो आदित्य एल1 की कक्षा बदलने की पहली प्रक्रिया थी. इसे बाद 5 सितंबर तो आदित्य-एल1 ने दूसरी बार सफलतापूर्वक कक्षा बदलने की प्रक्रिया को पूरा किया था. बता दें कि कक्षा बदलने की प्रक्रिया के दौरान इसरो अर्थ बाउंड फायर करता है. जिसकी मदद से आदित्य एल1 अगली कक्षा में प्रवेश कर जाती है. इसरो के मुताबिक, आदित्य-एल1 16 दिन पृथ्वी की कक्षा में बिताएगा।
2 सितंबर को लॉन्च किया गया था आदित्य-एल1 मिशन
बता दें कि सूर्य मिशन आदित्य-एल1 को 2 सितंबर को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित इसरो को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था. इसकी लॉन्चिंग पीएसएलवी सी57 लॉन्च व्हीकल से की गई थी. सूर्य मिशन आदित्य-एल 1 भी चंद्रयान-3 की तरह पहले पृथ्वी की परिक्रमा करेगा उसके बाद यह तेजी से सूरज की दिशा में आगे बढ़ेगा