रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक दिन पहले से मानसून सक्रीय हुआ है। मानसून के सक्रीय होने से प्रदेश के राजधानी रायपुर समेत कई जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है।
इसी क्रम में राजिम अंचल के किसान खेतों की जुताई कर धान की बुआई प्रारंभ कर दिए हैं। बारिश की वजह से खेत की जमीन गिली है और बड़े किसान ट्रैक्टर तो लघु किसान हल-नांंगर से जुताई कर धान की बुआई छिड़ककर कर रहे हैं। इस काम में किसान के सभी परिवार जुट गए हैं। इसी के साथ धान बीज की कमी से भी किसानों को जूझना पड़ रहा है।चूंकि किसान आषाढ़ के अंदर बुआई पूरा कर लेते हैं। वहीं बड़े किसान बोता की बजाए धान का थरहा लगाकर रोपाई करते हैं। ये ऐसे किसान होते हैं, जो स्वयं के सिंचाई साधन बोर से जरूरत के मुताबिक पानी लेते हैं। ये किसान अभी अपने खेतों में धान, बीज थरहा लगाने बुआई कर रहे हैं। सावन लगते ही एक महीने में धान का थरहा तैयार हो जाएगा। अंचल में 60% किसान अपने खेतों में सिंचाई के लिए बोर करवा लिए हैं।