नीरज तिवारी, रायगढ़ : CG NEWS : जिले में बीते शनिवार को 58 वर्षीय वृद्ध महिला की तबीयत बिगड़ने पर उसे परिजन कबीर चौक स्थित डॉक्टर प्रशांत झा के क्लीनिक ले गए। जहां जांच के बाद डॉक्टर ने पीड़िता को मिशन अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी। गंभीर स्थिति में पीड़िता को आईसीयू में भर्ती करने के बाद डॉक्टर एक बार भी झांकने नहीं पहुंचे। जिस कारण पीड़िता वृद्ध महिला की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर अस्पताल पहुंचकर परिजनों ने खूब हंगामा मचाया और अस्पताल प्रबंधन में कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के अनुसार सत्यवती गुप्ता उम्र 58 वर्ष की शनिवार को एकाएक तबीयत खराब हो गई। जिसे घर के नजदीक स्थित क्लीनिक डॉक्टर प्रशांत झा के पास ले जाया गया। डॉक्टर ने जांच करने के बाद स्थिति बिगड़ते देखकर पीड़िता को मिशन अस्पताल में भर्ती कराने के लिए भेज दिया। मृतिका के बेटे हिमांशु गुप्ता ने बताया कि उन्होंने डॉक्टरी सलाह लेने के बाद तत्काल पीड़िता को मिशन अस्पताल में भर्ती कराया था।
जहां शाम को भर्ती करने के बाद सुबह तक कोई डॉक्टर उनकी जांच करने नहीं पहुंचा। रात भर घर वाले आईसीयू वार्ड के बाहर बैठे रहे उन्हें भी अस्पताल की स्टाफ नर्स ने वार्ड के भीतर जाने से मना कर दिया था। ऐसे में रविवार को पीड़िता सत्यवती गुप्ता की इलाज के अभाव में मौत हो गई।
हिमांशु गुप्ता ने डॉक्टर प्रशांत झा पर आरोप लगाया है कि उनके द्वारा ही प्राथमिक जांच करने के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए मिशन अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी गई थी। ऐसे में उनकी जवाबदारी बनती थी कि वह वस्तु स्थिति देखने अस्पताल पहुंचे, लेकिन उन्होंने लापरवाही बरतते हुए एक बार भी मरीज की सुध लेने की कोशिश नहीं की। जिस कारण उसकी मां की मौत हो गई।
पूछने पर अस्पताल के स्टाफ ने बताया कि पीड़िता सत्यवती गुप्ता को आईसीयू में भर्ती किया गया था और परिजनों को उनके गंभीर स्थिति के बारे में भी अवगत कराया गया था रविवार को एकाएक महिला को सुबह 11 बजे कार्डियाकारिस्ट आया था। इस विषय में अस्पताल में मौजूद डॉक्टर को जानकारी भी दी गई, लेकिन जब तक डॉक्टर पहुंचते तब तक पीड़िता की मौत हो चुकी थी।