खरगोन। MP NEWS : कसरावद जनपद क्षेत्र ग्राम पंचायत रेगवा मे मनरेगा अंतर्गत पाच तलाई निर्माण का कार्य 2021- 2022-23 में किये गए आधे अधूरे काम में लाखों का भ्रष्टाचार हुआ, जिसमे प्रशासन कितनी भी जांच कर ले पर अपराधियों को सामने नहीं ला सकता क्योंकि जब जांच दल ही बिका हुआ हो तो भ्रष्टाचार उजागर कैसे होगा। कब मिलेगा गरीब मजदूरों को अपने हिस्से की रोजी।
कसरावद जनपद पंचायत क्षेत्र ग्राम पंचायत रेगवा में भ्रष्टाचार का पहिया खूब घूम रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा पिछले 2021- 2022-23 में ग्राम पंचायत रेगवा में मनरेगा योजना अंतर्गत पाच तलाई निर्माण रोड निर्माण, नाली निर्माण, बहुत विकास हुआ। विकास हुआ तो भ्रष्टाचार भी खूब हुआ। विकास और भ्रष्टाचार का पहिया साथ-साथ घुमा। भ्रष्टाचार करने में लगातार सरपंच प्रतिनिधि और रोजगार सहायक के अधिकारी तेज रहे। ग्राम पंचायत में प्रदेश सरकार अपने 5 वर्ष के कार्यकाल में जमकर धन आवंटित किया! धन विकास के लिए था और विकास हुआ आधा अधूरा, प्रतिबंधित जेसीबी मशीन से पांच तलाई निर्माण कार्य किया गया और गरीब मजदूरों के मुंह का निवाला छीन लिया गया।
विकास और भ्रष्टाचार करने में लगी जांच टीम भी
ग्राम पंचायत में ग्रामीण मजदूरों की निवाले की रोटी छीनकर ग्रामीणों के जीवन यापन के हिस्से का रिस्क छीनकर ग्राम पंचायत रोजगार सहायक सरपंच और जहाज टीम ने अपने जीवन स्तर में सुधार किया है। ग्रामीण मजदूरों को पलायन करने पर मजबूर किया जा रहा है। जिन पांच तलाईयों की जांच होना थी उसे उन तलाईयों की जांच अब तक नहीं की गई। और उसमें उजागर हुई चार नई तलाई जिसका कार्य भी प्रतिबंध जेसीबी मशीन से किया गया है और जिओ टेक भी पोर्टल पर डाला हुआ है इसके बाद भी जांच टीम कहती है जांच निराधार है। जबकि महात्मा गांधी रोजगार गारंटी अंतर्गत मनरेगा योजना में गरीब मजदूरों को पलायन न करना पड़े और अपने ही ग्राम में रोजगार मिले इसको लेकर सरकारे कितने भी जतन कर ले विकास और भ्रष्टाचार का पहिया यूं ही साथ-साथ घूमता रहेगा । सरकार मनरेगा योजना अंतर्गत गरीब मजदूर जनता को कम मिल सके और उसे राशि से गरीब मजदूर अपनी मूलभूत सुविधाओं में उपयोग कर सके। लेकिन विकास के साथ-साथ सरपंच रोजगार सहायक और जांच टीम ने ने अपनी जेब गर्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सरकार के लाखों रुपए भ्रष्टाचार के नाम पर नेता और प्रशासन के अधिकारियों ने अपनी तिजोरिया भर रहे हैं।