भगवां। MP NEWS : अनुविभाग के घुवारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नवजात शिशुओं के जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए प्रसूताओं और उनके परिजनों से अवैध वसूली का गोरखधंधा थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। जिसका विडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
यह घातक घोटाला जो जन्म प्रमाण पत्र के नाम पर लूट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ड्रेसर और ए एन एम के द्वारा किया जा रहा है, वायरल वीडियो के माध्यम से सामाजिक जागरूकता का माध्यम बना है। इस घोटाले में ड्रेसर सुनील चौरसिया के जैसे लोग जन्म प्रमाण पत्र के नाम पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं, जिससे गरीब और जरूरतमंद लोगों को कई तरह की मुश्किलें हो रही हैं। वीडियो के माध्यम से ड्रेसर सुनील चौरसिया की घूस लेने की क्रिया को सामाजिक न्याय की दिशा में प्रकट किया गया है। यह घूस लेने का प्रक्रिया न केवल भ्रष्टाचार का प्रमुख कारण है, बल्कि यह भी सामाजिक समानता और न्याय के प्रति एक महत्वपूर्ण सवाल उठाता है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉ. ओझा की मिलीभगत से एएनएम आर के जैन सहित ड्रेसर सुनील चौरसिया के द्वारा प्रसूताओं के परिजनों से जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के नाम लगातार अबैध वसूली की जा रही है। वही प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने की गारंटी लेकर गरीब मरीजों को ठगने में जुटे हुए हैं। साफतौर पर विडियो में देखा जा रहा है कि एएनएम आर के जैन सहित ड्रेसर सुनील चौरसिया अस्पताल में मौजूद प्रसूताओं के परिजनों से 600 रूपयों की अबैध वसूली की जा रही। वहीं इसके विडियो को जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है आपको ज्ञात हो ए एन एम आर के जैन का काम फील्ड वर्क का है वही ड्रेसर सुनील चोरासिया को मरीजों की पट्टी बांधने वा खोलने के लिए नियुक्त किया गया हैं लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर ओझा की मिली भगत से दोनो कर्मचारियों को जन्म प्रमाण बनाने के लिए बैठा दिया जाता है और इन कर्मचारियों के द्वारा जन्म प्रमाण पत्र के नाम पर हजारों रुपए की लूट की जा रही हैं।
भ्रष्टाचार करने वाले कर्मचारियों ने अब तक बनाए आठ हजार से अधिक जन्म प्रमाण पत्र विभागीय सूत्रों की माने तो जन्म प्रमाण पत्र के नाम पर जनता से पैसे ऐठने वाले ड्रेसर सुनील चोरासिया और ए एन एम आर के जैन के द्वारा 2014 से लगातार जन्म प्रमाण पत्र बना रहे हैं और इनके द्वारा लगभग आठ हजार से अधिक जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं आरोपों के मुताबिक एक जन्म प्रमाण के नाम पर लगभग 500 से600 रुपए की घूस ली जाती हैं।
प्रशांत अग्रवाल एस डी एम बड़ा मलहरा का कहना है। आपके द्वारा जानकारी प्राप्त हुई हैं तत्काल बी एम ओ से बात करके जांच करवाई जायेगी और जांच बाद निश्चित रूप से कार्यवाही की जायेगी