गरियाबंद 13/ छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही जिले में आचार संहिता लागू है। साथ ही जिले में निष्पक्षता और त्रुटि रहित मतदान संपादित करने के लिए अधिकारी कर्मचारियों को लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी कड़ी में आज जिले में पीठासीन और मतदान अधिकारियों को चुनाव संबंधी प्रशिक्षण दिया गया। जिला प्रशासन द्वारा विशेष पहल करते हुए मूक बधिर दिव्यांग लोगों की सहूलियत के लिए प्रशिक्षण अधिकारियों को साइन लैंग्वेज के बेसिक चीजों का प्रशिक्षण दिया गया। जिससे मतदान कर्मी मूक बधिर लोगों से सामान्य नागरिकों की तरह साइन लैंग्वेज की भाषा में इंटरेक्शन कर सके। इससे मूक बधिर लोगों को मतदान केंद्र में अपनी बात समझाने में कोई दिक्कत नहीं होगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम शासकीय वीर सुरेन्द्र साय महाविद्यालय, आईटीएस कॉलेज गरियाबंद, गुरुकुल महाविद्यालय और शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज गरियाबंद में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में 280 से अधिकारी अधिकारी कर्मचारी शामिल हुए। इस दौरान कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आकाश छिकारा ने पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी के प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रशिक्षणार्थी अधिकारियों को कहा कि विधानसभा निर्वाचन में मतदान कार्य को निष्पक्षता और त्रुटिरहित तरीके से संपादित करने के लिए प्रशिक्षण में दी जा रही जानकारियों को बारीकी से समझें। ताकि मतदान के दिन यदि कोई समस्या आई तो तत्काल उसका निराकरण किया जा सके। इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री तीर्थराज अग्रवाल, सीईओ जिला पंचायत एवं स्वीप कार्यक्रम के नोडल अधिकारी श्रीमती रीता यादव सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
कलेक्टर ने प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण में दी जा रही सभी नियमों का बेहतर ज्ञान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी प्रशिक्षाणार्थी ईवीएम और वीवीपेट मशीन की गतिविधियों को स्वयं संचालित कर देखे। प्रशिक्षण में सभी पीठासीन और मतदान अधिकारियों को फार्म-12 भरकर देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य मे मतदान करवाने के साथ-साथ अपने मताधिकार का उपयोग भी करना जरूरी है, इसलिए सभी फार्म-12 भरकर जरूर दें।