रायपुर। CG BREAKING : छत्तीसगढ़ में चुनावी माहौल में सियासी पारा हाई हो चुका है। भाजपा-कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तो जारी है ही। दोनों दल एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते नजर आ रहे है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग को हेट स्पीच मामले में लिखित शिकायत की है। यह शिकायत गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व सीएम रमन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के खिलाफ की गई है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ आकर भड़काऊ भाषण देते हैं। वो दंगा भड़काने की कोशिश करते हैं। उन्हे पांचों राज्यों के चुनाव ने सभा करने से रोका जाए।
उन्होंने शिकायत में लिखा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और देश के गृहमंत्री अमित शाह ने भाजपा के राजनांदगांव के प्रत्याशी डॉक्टर रमन सिंह के नामांकन के लिए आयोजित सभा में दिए गए अपने भाषण में दंगा भड़काने के उद्देश्य से गलत बयान देते हुए कहा कि उन्होंने बेमेतरा जिले के बीरमपुर में हुई हत्या के मामले को लेकर अपनी चुनाव सभा में सीधे कहा भूपेश बघेल सरकार ने तुष्टीकरण के लिए वोट बैंक की राजनीति के लिए छत्तीसगढ़ के बेटे भुनेश्वर साहू को लिंचिंग करवा कर मार दिया, भारतीय जनता पार्टी ने तय किया है कि हम भुनेश्वर साहू के हत्यारे को उनके एग्जाम तक पहुंचाएंगे और इसके प्रतीक के रूप में उनके पिता ईश्वर साहू को चुनाव में मैदान में उतारा है।
अमित शाह का यह बयान ना केवल आपत्तिजनक है बल्कि इस्ला एकमात्र उद्देश्य शांत प्रदेश छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा भड़कता है। गृह मंत्री ने चुनावी फायदे की नीयत से उन्माद भड़काने के लिए यह बयान दिया है, उन्होंने जो कहा है वह बिल्कुल झूठ है, हकीकत यह है कि हिंसा और प्रति हिंसा के इस मामले में सरकार ने त्वरित कार्यवाही की थी और आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था लेकिन छत्तीसगढ़ में साफ दिख रही है अपनी हार से बौखलाए अमित शाह अब सांप्रदायिकता का सहारा लेना चाहते हैं।
राजनांदगांव में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए संविधान की शपथ लेकर संवैधानिक पद पर बैठे हुए देश के गृहमंत्री अमित शाह ने धार्मिक ध्रुवीकरण के उद्देश्य से सांप्रदायिक तनाव बढ़ने का कुत्सित प्रयास स्पष्ट तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है अतः निवेदन है कि अमित शाह रमन सिंह और अरुण साहू के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।