गंजबासौदा। MP NEWS : जल है तो जीवन है आज भी कई गांव ऐसे हैं जहां पर पीने का साफ पानी उपलब्ध नहीं है । गंजबासोदा से 4 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत रबरयाई का ग्राम भडेरु मे ग्रामीणों को बरसात के इकट्ठे पानी को पीकर अपना जीवन यापन करना पड़ रहा है । इस तरह खंती का पानी पीकर ग्रामीण बीमार पड़ रहे हैं । यह आज की बात नहीं है , बरसों से गांव में पीने के पानी के लिए ग्रामीणों को रोज जद्दो जहद करनी पड़ रही है। गांव के 250 से 300 ग्रामीणो को पीने के लिए पानी लाने डेढ़ से 2 किलोमीटर दूर से खेतों से भरकर लाना पड़ता है। वह भी बारिश का इकट्ठा पानी है और जगह भी निजी स्वामित्व की है। गांव में कुछ निजी स्वामित्व के कुंए हैं , जहां पर खरा पानी उपलब्ध है। जो पीने के लिए इस्तेमाल नहीं हो सकता। लेकिन ग्रामीण इस पानी को भी पीने और अन्य इस्तेमाल के लिए भी ले जा रहे हैं । इस गांव में सरकारी पेयजल व्यवस्थाओं की बात करें तो पीने के पानी को लेकर सरकार की निष्क्रियता साफ देखने को मिलती है। गांव के बच्चों को तक पता है कि इनके जनप्रतिनिधियों का गांव की जल समस्या को लेकर क्या रवैया रहा है।
दरअसल इस गांव में वाटर लेवल काफी नीचे है , जिसके चलते यहां पर तीन हैंडपंप है जो चलते नहीं है हैंड पंप के अलावा यहां पर अन्य पेयजल व्यवस्था सरकार द्वारा उपलब्ध नहीं कराई गई है l जिसकी शिकायत कई बार ग्रामीणों ने वर्तमान विधायक , पूर्व विधायकों एवं कई जनप्रतिनिधियों सहित जिम्मेदार अधिकारियों से भी की है लेकिन केवल वादों के अलावा ग्रामीणों के हाथ कुछ नहीं लगा । पीने के पानी के लिए ग्रामीण महिलाएं बच्चे डेढ़ से 2 किलोमीटर दूर पानी भर के लाते हैं जिससे कई बार बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते एवं ग्रामीण भी मजदूरी करने नहीं जा पाते हैं । साथ ही गंदा पानी पीने के कारण बच्चे एवं ग्रामीण अक्सर बीमार रहते हैं ग्रामीण साइकिलों से भी पानी ढोते हुए दिखे वही गांव की बच्चियों एवं महिलाएं भी पानी भरकर भारी-भारी बर्तन बहुत दूर से लेकर आई हुई दिखी । गर्मियों में इस गांव की स्थिति और भी दयनीय हो जाती है क्योंकि गर्मियों में पानी दो ढाई किलोमीटर दूर से भरकर लाना पड़ता है । उसके लिए ग्रामीणों द्वारा मोटरसाइकिल ट्रैक्टरों का सहारा भी लिया जाता है । जिनके पास साधन नहीं है वह गर्मी में पैदल ही इतनी दूर से पानी लाने को मजबूर हैं ।
जितने भी गांव के अंदर खारे पानी के कुएं हैं , ज्यादातर निजी हैं यदि खातेदार चाहे तो कभी भी ग्रामीणों को पानी के लिए मना कर सकता है इस स्थिति में ग्रामीणों को पानी के लिए तरसना पड़ेगा। ग्रामीणों की सरकार से मांग है , कि पानी की समस्या को जल्द से जल्द दूर किया जाए इसके लिए नल जल योजना के जल जीवन मिशन जैसी योजनाओं के तहत गांव में काम किया जाए एवं ग्रामीणों को पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध कराया जाए। साथ ही जनप्रतिनिधियों को ग्रामीणों की समस्या को लेकर अपनी जिम्मेदारियां समझते समस्या का निराकरण कराया जाना चाहिए।