त्यौहारों के सीजन में भी ट्रेनों के रद्द होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, और जो ट्रेनें चल रही हैं उसमें लंबी वेटिंग है, जिसका असर यात्रियों पर पड़ रहा है। लंबी दूरी की जो ट्रेनें चल रही हैं, वह नवरात्र पर्व से लेकर दशहरा-दिवाली तक पूरी तरह से फुल है।
ऐसे हालात में यात्रियों को सफर के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। रायपुर रेलवे स्टेशन से होकर आने-जाने वाली सभी ट्रेनों में यात्रियों की आवाजाही बढ़ रही है। खासतौर पर डोंगरगढ़ और बिलासपुर में रतनपुर माता का दर्शन करने के लिए लोग समूह में निकल रहे हैं। बावजूद रेलवे प्रशासन ने अब तक गेवरारोड से रायपुर के बीच चलने वाली ट्रेन का विस्तार डोंगरगढ़ स्टेशन तक नहीं किया। जितनी ट्रेनें चल रही हैं, उनमें भी सफर करना आसान नहीं हैं, क्योंकि स्लीपर कोच से लेकर जनरल कोचों में पैर रखने तक की जगह यात्रियों को नहीं मिल रही है।
पटना-सिकंदराबाद, हैदराबाद-पटना, सिकंदराबाद-पटना, हैदराबाद-दरभंगा जैसी लंबी दूरी की ट्रेनों के यात्रियों का रिजर्वेशन टिकट रद्द होने से उन्हें अब इन्हीं ट्रेनों में दोबारा रिजर्वेशन कराना पड़ रहा है, क्योंकि इन ट्रेनों की रद्द की तारीखें खत्म हो गई हैं।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि राउरकेला ब्लाक की वजह से जिन पांच एक्सप्रेस ट्रेनें में रद्द की गई थी, वे सभी ट्रेनें पटरी पर लौट रही हैं। यह यात्रियों को काफी राहत देगी। रायपुर, बिलासपुर होकर चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों में सबसे ज्यादा यात्रियों की भीड़ होती है। यहीं वजह है कि सिकंदराबाद-पटना एक्सप्रेस में दो महीने पहले का रिजर्वेशन में भी वेटिंग चल रही है।
वेटिंग ट्रेनें जाने
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर, राजस्थान, आंध्रप्रदेश आदि राज्यों की ओर जाने वाली अधिकांश ट्रेनों में दिवाली तक लंबी वेटिंग है। इसके कारण दीवाली और छठ पर्व पर सपरिवार अपने गृहग्राम जाने वाले यात्रियों को काफी दिक्कते हो रही है।