गरियाबंद। क्वांर शुक्ल प्रतिपदा के साथ शारदीय नवरात्र का पर्व रविवार से शुरू हो गया है। मंदिरों में घट स्थापना के साथ मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किए गए हैं। इसी कड़ी में आज गरियाबंद सरस्वती शिशु मंदिर के आचार्य भइया एवं बहिन शीतला मंदिर में माँ शीतला की आराधना करने पहुँचे वही आचार्य के साथ सभी ने जशगीत गा कर माता की सेवा की बच्चों को माता सेवा करता देख सभी श्रद्धालुओ का मन मोह लिया,
गरियाबंद में सुसज्जित पंडालों में स्थापित प्रतिमाएं आकर्षण का केंद्र है। नौ दिनों तक चलने वाली नवरात्र को लेकर श्रद्धालुओं में उल्लास देखा जा रहा है। पर्व के प्रथम दिन शैलपुत्री की पूजा की गई।वही आज सप्तमी के दिन माँ कालरात्रि की पूजा की जाएगी
उत्साह व आनंद के महापर्व नवरात्र को लेकर आस्था का उत्साह जिले भर में उमड़ने लगा है। पर्व में ज्योति व जवारा कलश दर्शन का विशेष महत्व रहेगा।शीतला मंदिर देवी मंदिरों के लिए प्रसिद्ध शिव मंदिर देवी मंदिर में संतोषी मंदिर प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में ज्योति कलश प्रज्ज्वलित की शहरी क्षेत्र के अलावा सुदूर अंचलों के देवी मंदिरों में तैयारी लगभग पूरी की जा चुकी है। इस कड़ी में शीतला मंदिर में ल। पर्वत में सप्तमी व नवमी तिथि की पूजा में शामिल होने वाले भक्तों की खासी भीड़ रहेगी। चैतुरगढ़ स्थित अष्टभुजी मंदिर में भी पर्वत वासिनी देवी स्थल में जवारा कलश प्रज्वलित किया गया है शीतला देवी मंदिर में आगामी तीन दिन तक तक सुबह से रात तक चहल पहल बनी रहेगी। वही नवमी के दिन ज्वारा विसर्जन को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है