एयर मार्शल साधना सक्सेना और एयर मार्शल केपी नायर ने इतिहास रच दिया है. वो भारतीय वायुसेना के पहले एयर मार्शल दंपति बन गए हैं. अब तक आपने आईएएस पति-पत्नी और डॉक्टर दंपति के बारे में सुना होगा, लेकिन यह पहला मौका है जब पति-पत्नी ने एयर मार्शल दंपति होने की उपलब्धि हासिल की है।
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साधना एयरफोर्स में सेवाएं देने वाली अपने परिवार से इकलौती इंसान नहीं है. पिछली तीन पीढ़ियां सेना से जुड़ी रही हैं.भारतीय वायुसेना के रिकॉर्ड के मुताबिक, एयर मार्शल साधना नायर की फैमिली की तीन पीढ़ियां इसी सेना में सेवाएं दे रही है. साधना सक्सेना के पिता और भाई सेना में डॉक्टर रहे हैं. और अब तीसरी पीढ़ी के रूप मेंउनका बेटा भारतीय वायुसेना में बतौर फाइटर पायलट(pilot) काम कर रहा है. इस तरह पिछले 7 दशकों ने इनका परिवार भारतीय वायुसेना में सेवाएं दे रहा है.
पुणे से डॉक्टरी, स्विटजरलैंड से सैन्य चिकित्सा में स्टडी(study)
एयर मार्शल साधना नायर ने पुणे के आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज से ग्रेजुएशन किया. इसके बाद फैमिली मेडिसिन में पोस्ट ग्रेजुएशन किया. दिसम्बर 1995 में वो भारतीय वायुसेना से जुड़ीं। रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने एम्स नई दिल्ली में मेडिकल इंफॉर्मेटिक्स में 2 साल का ट्रेनिंग प्रोग्राम किया. इसके अलावा उन्होंने स्विटजरलैंड से CBRN (केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल, न्यूक्लियर) वारफेयर एंड मिलिट्री मेडिकल एथिक्स में कोर्स किया। सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं. सोशल मीडिया यूजर्स ने लिखा है- भारतीय वायुसेना में इतिहास रचने वाले इस दंपति को सलाम.। महिला चिकित्सा अधिकारियों को शुरू से ही सशस्त्र बलों में स्थायी कमीशन में मिलता रहा है, लेकिन दूसरे विंग्स में हालात अलग थे। इस लैंगिक असमानता को खत्म करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया. इसके बाद महिला अधिकारी अब लड़ाकू विमान भी चला रही हैं. युद्धपोतों पर काम कर रही हैं
तीन पीढ़ियां वायु सेना में
एयर मार्शल साधना भारतीय वायुसेना के डाक्टरों की बेटी और बहन भी हैं. उनके बेटे भी वायुसेना के फाइटर पायलट हैं. पिछले करीब 70 सालों से उनके परिवार की तीन पीढ़ियां वायुसेना में हैं. उनके पिता और भाई भी इंडियन एयर फोर्स में डॉक्टर थे. पुणे के कॉलेज एएफएमसी से एमबीबीएस करने वाली साधना वायुसेना में दिसंबर, 1985 में कमीशंड हुईं. उन्होंने नई दिल्ली एम्स में 2 साल का प्रशिक्षण भी लिया है