Grand NewsGrand News
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Search
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Reading: बस्तर दशहरा की प्रसिध्द रस्म रथ परिक्रमा का मंगलवार को विधिवत समापन हुआ….
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
Grand NewsGrand News
Search
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Breaking Newsछत्तीसगढ़जगदलपुर

बस्तर दशहरा की प्रसिध्द रस्म रथ परिक्रमा का मंगलवार को विधिवत समापन हुआ….

Neeraj Gupta
Last updated: 2023/10/25 at 7:06 PM
Neeraj Gupta
Share
2 Min Read
SHARE

बस्तर दशहरा की प्रसिध्द रस्म रथ परिक्रमा का मंगलवार को विधिवत समापन हुआ. 

- Advertisement -

जगदलपुर : रथ परिक्रमा की आखिरी रस्म बाहर रैनी के तहत माड़िया कस्बे के ग्रामीणों द्वारा परम्परानुसार आठ पहियों वाले रथ को कुम्हड़कोट ले जाया जाता है.

- Advertisement -
Ad image
- Advertisement -

जिसके बाद राज परिवार द्वारा कुम्हड़कोट पहुंचकर ग्रामीणों को मनाकर और उनके साथ नवाखानी खीर खाकर रथ वापस लाया जाता है.

- Advertisement -

बस्तर में बड़ा दशहरा विजयादशमी के एक दिन बाद बनाया जाता है. वहीं भारत के अन्य स्थानों में मनाये जाने वाले रावण दहन के विपरीत बस्तर में दशहरे का हर्षोल्लास रथोत्सव के रूप में नजर आता है.

- Advertisement -

बस्तर में प्राचीन काल में बस्तर को दण्डकारण्य के नाम से जाना जाता था. जो की रावण की बहन सुर्पनखा की नगरी थी. जिस वजह से बस्तर में रावण दहन की प्रथा प्रचलित नहीं है.

बस्तर के राजा पुरुषोत्तमदेव द्वारा तिरुपति से रथपति की उपाधि ग्रहण करने के बाद बस्तर में दशहरे के अवसर पर रथ परिक्रमा की प्रथा आरम्भ की गई,

जो कि आज तक अनवरत चली आ रही है. दस दिनों तक चलने वाले रथ परिक्रमा के आखिरी दिन भीतर रैनी की रस्म पूरी की गई. जिसमे परम्परानुसार माड़िया जाति के ग्रामीण शहर के मध्य स्थिति सिरहासार भवन से रथ को चुराकर कुम्हड़कोट ले जाते हैं.

इस दौरान बस्तर राजा ग्रामीणों के साथ नवाखानी खीर खाते है. जिसके बाद राज परिवार द्वारा ग्रामीणों को समझाबुझाकर रथ को वापस शहर लाया जाता है.

दरअसल, प्राचीन मान्यताओं के अनुसार 75 दिनों तक चलने वाले इस बस्तर दशहरा उत्सव में हर कस्बे (जाति) को कुछ ना कुछ जिम्मेदारी दी जाती है,

इसमें माड़िया जाति के ग्रामीण छूट जाते हैं, जिससे नाराज इस जनजाति के लोग राजमहल से रथ को चुरा ले जाते हैं. इसके बाद राजा ग्रामीण राजा से मांग करते हैं

कि आप अपने राजसी ठाठ-बाट के साथ आएं, हमारे साथ नवाखानी खाएं. जिसके बाद सब मिलकर रथ को वापस राजमहल ले जाते हैं.

TAGGED: बस्तर दशहरा की प्रसिध्द रस्म रथ परिक्रमा का मंगलवार को विधिवत समापन हुआ.
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link Print
Previous Article जैन,शर्मा और रवि के साथ ने किया जतीन को मजबूत भरा कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश…
Next Article CG ELECTION 2023 : छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था के लिए लगाए जाएंगे 10 हजार जवान, स्पेशल ट्रेनों से रायपुर पहुंची अर्ध सैनिक बलो की कई टुकड़ियाँ  CG ELECTION 2023 : छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था के लिए लगाए जाएंगे 10 हजार जवान, स्पेशल ट्रेनों से रायपुर पहुंची अर्ध सैनिक बलो की कई टुकड़ियाँ 

Latest News

“पीएम आवास योजना में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त – कलेक्टर बी.एस. उइके” मैनपुर ब्लॉक में धीमी प्रगति पर 34 ग्राम पंचायत सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी
Grand News May 15, 2025
CG NEWS : किसान के घर मिला दुर्लभ प्रजाति का जीव पाम सीवेन्ट, लोगों के उड़े होश, वाइल्ड लाइफ की टीम  ने किया रेस्क्यू 
Grand News May 15, 2025
CG NEWS : बायो-सीएनजी संयंत्रों के भूमि आबंटन के लिए राज्य शासन ने कलेक्टरों को लिखा पत्र, सार्वजनिक उपक्रमों, तेल और गैस विपणन कंपनियों को रियायती लीज दर पर दी जाएगी जमीन
Grand News May 15, 2025
“धरसिवा विधायक अनुज शर्मा के जन्मदिन पर भाजपा नेता गफ़्फू मेमन ने दी बधाई, कहा – ‘रील ही नहीं, रियल लाइफ़ के भी सुपरस्टार हैं अनुज भैया’”
Grand News May 15, 2025
Follow US
© 2024 Grand News. All Rights Reserved. Owner - Rinku Kahar. Ph : 62672-64677.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?