Tata ग्रुप अब भारत में आईफोन (Apple iPhone) बनाएगा. टाटा ग्रुप के साथ ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन (Wistron) फैक्ट्री के अधिग्रहण की डील को मंजूरी मिल गई है. इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक्नोलॉजी(technology) मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी.
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केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, “@GoI_MeitY ग्लोबल इंडियन इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के विकास में पूरी तरह से समर्थन में खड़ा है. ये उन ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक ब्रांड्स का समर्थन करेगा, जो भारत को अपना विश्वसनीय विनिर्माण और प्रतिभा भागीदार बनाना चाहते हैं. भारत को ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स पावर बनाने के पीएम मोदी के लक्ष्य को साकार करना चाहते हैं. विस्ट्रॉन का ऑपरेशन संभालने के लिए टाटा टीम को बधाई.”
विस्ट्रॉन क्यों बिकी?
रिपोर्ट की मानें, तो विस्ट्रॉन को नुकसान हो रहा है. क्योंकि ऐपल के शर्तों के तहत कंपनी को नुकसान उठाना पड़ रहा है. विस्ट्रॉन का कहना है कि ऐपल की तरफ से फॉक्सकॉन और पेगाट्रॉन के मुकाबले ज्यादा मार्जिन लिया जा रहा है. वही, चीन के मुकाबले भारत में अलग चुनौतियां है, जिससे भारत में कर्मचारियों के साथ काम करना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में विस्ट्रॉन अपनी कंपनी बेचनी जा रही है.
विस्ट्रॉन ने 2008 में इंडियन मार्केट में की थी एंट्री
विस्ट्रॉन ने 2008 में इंडियन मार्केट में एंट्री की थी, तब कंपनी कई डिवाइसेस के लिए रिपेयर फैसिलिटी प्रोवाइड कराती थी. इसके बाद 2017 में कंपनी ने अपने ऑपरेशंस को एक्सपेंड किया और एप्पल के लिए आईफोन का प्रोडक्शन शुरू किया था.