महापर्व छठ पूजा की शुरुआत 17 नवंबर से हो गई है। चार दिन का यह पर्व हिंदू धर्म के सबसे कठिन व्रतों में से एक है। छठ पूजा के दौरान 36 घंटे का निर्जला उपवास रखा जाता है। पहले दिन नहाय खाय होता है, जिस दिन व्रती भोजन ग्रहण करते हैं। उसके बाद से उपवास शुरू होता है।
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छठ पूजा के दौरान मौसम में कुछ ठंडक महसूस होने लगती है लेकिन उपवास के दौरान ऊर्जावान रहने और प्यास लगने से बचने के लिए गर्मी व धूप से बचें। व्रती को धूप में निकलने से बचना चाहिए। धूप के कारण अधिक प्यास लगती है। इसके अलावा अधिक मेहनत करने से भी शरीर की ऊर्जा व्यय होती है और भूख व प्यास महसूस हो सकती है।
बर्फ का उपयोग
उपवास के दौरान प्यास का एहसास होने पर बर्फ का उपयोग कर सकते हैं। एक साफ कपड़े में बर्फ डालकर चेहरे और गर्दन पर लगाएं। शरीर के ब्लड वेसल्स को इससे आराम मिलता है और प्यास कम लगती है। शरीर को ठंडक मिलने से ऊर्जा भी बनी रहती है।
लगातार 36 घंटे तक अन्न और जल का सेवन न करने से सेहत पर असर पड़ सकता है। ऐसे में शारदा क्लीनिक के फिजिशियन डॉक्टर केपी सरदाना से जानेंगे, ऐसी टिप्स के बारे में जिनको फॉलो करने से व्रती की सेहत अच्छी रहेगी और कोई समस्या नहीं आएगी।
1.छठ पूजा के दौरान प्रसान बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सब्जियों को धोकर ही इस्तेमाल करना चाहिए। इस बात का भी विशेष ख्याल रखें कि सब्जी के साथ सूखी सामग्री प्रयोग की जाने वाली चीजों को भी ताजी ही इस्तेमाल करें।
2. छठ पर्व से पहले और उसके दौरान पैकेट जूस पीने से बचना चाहिए। ऐसा करने से शरीर में डिहाइड्रेट होने के साथ शुगर लेवल भी बढ़ सकता है। इस समस्या से बचाव के लिए घर पर ही ताजे फलों को जूस निकालें। बाहर के जूस में प्रिजर्वेटिव हो सकते हैं, जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं।
3. छठ का व्रत रखने से पहले व्रती को कार्ब्स का सेवन करना चाहिए। इसके लिए डाइट में शकरकंद, मक्का, क्विनोआ, ब्राउन चावल और जई जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें। कार्बोहाइड्रेट शरीर को ऊर्जा और फाइबर प्रदान करते हैं जो आपको लंबे समय तक उपवास के दौरान पेट भरा रहने में मदद करेंगे।