RAIPUR. अगर आप राजधानी रायपुर में रहते हैं या फिर राजधानी आना चाहते हैं तो मोर रायपुर एप डाउनलोड जरूर करें। दरअसल, ट्रैफिक पुलिस ने नई व्यवस्था के जरिए अब मोर रायपुर एप को डेवलप कर इसे इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) से जोड़ रहा है। मोर रायपुर एप में जुड़ने से ट्रैफिक जाम जैसी समस्या से लोगों को निजात मिलेग जाएगा। क्योंकि राजधानी वासी गूगल ट्रैफिक लाइव अपग्रेडेशन के माध्यम से किस सड़क पर कितना ट्रैफिक है और कब खाली होगा इसे आसानी से देख सकेगें। इसके साथ ही ऐप के माध्यम से कितनी बार ट्रैफिक सिग्नल टूटा है, इसका पता भी लगाया जा सकेगा।
राजधानी की सड़कों पर अक्सर लोग ट्रैफिक के नियमों को तोड़ते हैं। लेकिन इसकी जानकारी लोगों को नहीं मिल पाती है। उन्हें पता नहीं चल पाता कि उन्होंने कब किस चैराहे पर नियम का पालन नहीं किया है। जब यात्री वाहन संबंधित काम कराने परिवहन कार्यालय पहुंचते हैं तब उन्हें पता चलता है कि उसने कितनी बार ट्रैफिक नियमों को तोड़ा है। इससे उनको तगड़ा फाइन भरना पड़ जाता है। लेकिन एप के माध्यम से रोजाना देख सकेंगे कि उन्होंने कितनी बार यातायात के नियमों का उलंघन किया है। इसके साथ ही चलान की भी जानकारी उनको मिलती रहेगी।
सिग्नल बंद तो एप से कर सकते हैं शिकायत
यातायात विभाग ने राजधानी के ज्यादातर चौक-चौराहों पर सिग्नल लगा दिया है। लेकिन अक्सर सिग्नल बंद होने या फिर टाइमिंग शो नहीं करता है। कभी-कभी सिग्नल 30 सेकेंड की जगह पर 15 सेकेंड में बंद हो जाता है। इसके साथ ही लाल बत्ती के सामने दुर्घटना होने पर फुटेज के लिए लोगों को थानों के चक्कर लगाना पड़ता है। वहीं ट्रैफिक विभाग को भी इसकी जानकारी नही मिल पाती है। लेकिन इस एप के माध्यम से अब आसानी से विडियो डाउनलोड कर सकेंगे।
सड़क पर गाड़ी पार्क किया तो गाड़ी क्रेन से उठते ही मिल जाएगी जानकारी
राजधानी में लोग पार्किंग में गाड़ी पार्क ना कर सड़क पर खड़ी कर देते हैं। ऐसे में कई बार यातायात विभाग गाड़ी क्रेन से उठाकर ले जाता है। लेकिन वाहन मालिक को इसकी जानकारी नहीं मिल पाती है। कई बार लोगों का लगता है कि गाड़ी चोरी हो गई या फिर यातायात विभाग उठाकर ले गया है। लेकिन ‘रायपुर मोर ऐप’ के माध्यम से यातायात विभाग द्वारा गाड़ी उठाते ही गाड़ी कौन उठाया है, फाइन कितना चुकाना है। गाड़ी की फोटो सहित तुरंत इसकी जानकारी वाहन मालिक को मिल जाएगी। वाहन मालिक ऐप के माध्यम से संबंधित व्यक्ति से तुरंत संपर्क कर फाइन पटाकर गाड़ी छुड़वा सकेंगे।