गरियाबंद -सुधीर अग्रवाल प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) छत्तीसगढ एवं श्री महीप गुप्ता प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) महाराष्ट्र, श्री एम. मर्शीबेला क्षेत्र संचालक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व रायपुर के कुशल मार्गदर्शन में श्री वरुण जैन, उपनिदेशक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबंद एवं श्री शैलेश मीणा उप वन संरक्षक (भामरागड) के नेतृत्व में दिनांक 28.11.2023 को उदंती-सीतानदी टाइगर रिज़र्व की एन्टी पोचिंग टीम को गुप्त सूचना मिली कि कुछ तस्कर महाराष्ट्र राज्य के एटापल्ली क्षेत्र अंतर्गत बाघ की खाल का खरीदी बिक्री करने वाले है। सूचना मिलते ही उपनिदेशक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबंद (छ.ग.) वरुण जैन के द्वारा भामरागढ़ वनमंडलाधिकारी शैलेश मीणा के साथ मिलकर संयुक्त टीम का गठन कर रात्रि में लगभग ढाई बजे दो आरोपियों को एक नग बाघ की खाल, एक मोटर सायकल, तीन नग मोबाईल मौके पर ही पकड़ लिया गया जिसे संयुक्त टीम द्वारा जप्त किया गया जबकि अन्य तस्कर/अभियुक्त रात्रि का फायदा उठाकर फरार हो गये। दोनो आरोपियों श्याम लाल नरौटी (बासनमुदरी) और अमजद पठान (एटापल्ली) को विस्तृत पूछताछ के लिए एटापल्ली वन परिक्षेत्र कार्यालय ले जाया गया एवं उनके विरुध्द POR क्रमांक 8371/209262 दर्ज कर न्यायालयीन कार्यवाही की जा रही है।
इसके पूर्व भी इसी प्रकरण में जॉइंट ऑपरेशन प्लान किया गया था जिसमे उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व, भाम्रागढ़ वन मंडल एवं प्रीतम कोडापे (वनमंडलाधिकारी, विजिलेंस) एवं श्री जी एन पटोले (वनमंडलाधिकारी, विजिलेंस) शामिल थी किन्तु तस्करों को भनक लगने के कारण ऑपरेशन को स्थगित करना पड़ा था।
इस कार्यवाही में गोपाल कश्यप सहायक संचालक उदंती (नोडल एन्टी पोचिंग टीम). चन्द्रबली ध्रुव (सब-नोडल) राकेश मारर्कडेय, चुरामन धृतलहरे, रोहित निषाद, विनय पटेल, देवीसिंग एवं महाराष्ट्र एटापल्ली वन परिक्षेत्र के वन अमला का विशेष योगदान रहा। उक्त ऑपरेशन में गरियाबंद पुलिस के साइबर सेल का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।