उत्तराखंड के सिलक्यांरा सुरंग में पिछले 17 दिन से फसे 41 मजदूरों को 28 नवम्बर को सकुशल बहार निकाल लिया गया है। सुरंग से मजदूरों को बाहर निकालने में जबलपुर के सिद्धांत पॉल की अहम् भूमिका रही है। सिद्धांत पॉल आईपीजी फोटोनिक्स इंडिया प्राईवेट लिमिटेड ग्रेटर नॉएडा कम्पनी में सीनियर सर्विस इंजिनियर के पद पर पिछले 10 वर्षो से कार्यरत है।
प्रधानमत्री कार्यालय के विशेष आव्हान पर सिंद्धांत पॉल अपने साथियों के लेजर मशीन लेकर उत्तराखंड पहुंचे थे। सिंद्धांत पॉल और उनकी टीम ने आठ घंटे में 66 मीटर लम्बी सुरंग में आगर मशीन के ट्रेट ब्लेड को लेजर कटिंग के माध्यम से काटकर मजदूरो को बाहर निकालने में अहम् भूमिका निभाई है। सिद्धांत पॉल के माता पिता ने जब अपने बेटे का मीडिया में इंटरवयू देखा तो वो बहुत ही खुश हुयी। सिद्धांत के माता पिता के साथ साथ बंग समाज और जबलपुर शहर भी गौरान्वित हुआ है। सिद्धांत के पिता समीर बरन और माता शर्मीला पॉल के बड़े बेटे है। आपको बता दे की 12 नवम्बर को उत्तराखंड के चारधाम यात्रा मार्ग पर निर्माणाधीन साढ़े चार किलोमीटर लम्बी सिलक्यांरा-बड़कोट सुरंग का एक हिस्सा ढहने से सुरंग में 41 मजदूर फंस गए थे। 28 नवम्बर को सुरंग में फंसे मजदूरो को मलबे में ड्रिल करके 800 MM के पाईपो के माध्यम से बाहर निकाला गया है।