छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में मतदान सम्पन्न हो चुके हैं। अब सभी की नजरें कल यानि तीन दिसंबर को होने वाले मतगणना पर टिकी हुई हैं।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, सातों एग्जिट पोल में से किसी के भी आंकड़ों में समानता नहीं है। दो दिन बाद सभी के आंकड़े एक समान हो जाएंगे। एग्जिट पोल चलने दीजिए, एग्जिट पोल पर ध्यान मत दीजिए। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस भारी बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है।वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा, अधिकांश एग्जिट पोल से स्पष्ट हो रहा है कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी मजबूती के साथ सरकार बना रही है।
1181 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला
सात व 17 नवंबर को हुए चुनाव में 1181 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा। इस दौरान प्रत्याशी भी टेबल पर जाकर मतगणना को देख सकेंगे, जबकि प्रत्याशी के अभिकर्ता सिर्फ निर्धारित टेबल पर ही मतगणना का निरीक्षण करेंगे। मतगणना की पूरी कार्रवाई मतगणना प्रेक्षक तथा सामान्य प्रेक्षक की उपस्थिति तथा निगरानी में होगी।
इस दौरान प्रत्येक राउंड की समाप्ति पर अभ्यर्थी या उनके अभिकर्ता की उपस्थिति एवं प्रेक्षक की निगरानी में रैंडम आधार पर किसी दो कंट्रोल यूनिट की जांच की जाएगी। इसके अलावा सभी चक्रों की गणना पूर्ण होने पर पांच वोटर वेरिफाएबल पेपर आडिट ट्रेल (वीवीपैट) का ड्रॉ के माध्यम से चयन कर मतों का सत्यापन किया जाएगा।
2018 में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों पर एक नजर
अगर छत्तीसगढ़ में 2018 में हुए विधानसभा के नतीजों पर एक नजर डालें तो यहां 90 सीटें हैं और अभी वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है। 2018 में दो चरणों में चुनाव हुए थे। इस दौरान कुल 1269 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। छत्तीसगढ़ में दोनों चरणों में कुल 76.45 फीसदी वोटिंग हुई थी, जिसमें 76.58 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं ने मतदान किया था, जबकि 76.33 प्रतिशत महिला वोटर शामिल थी।
30 चक्रों में होगी मतगणना
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि सभी मतगणना केंद्रों में प्रेक्षकों की निगरानी में होने वाली मतगणना के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 14 टेबल लगाए गए हैं। प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों में से कवर्धा में सबसे अधिक 30 चक्रों में मतगणना होगी।