रायपुर। RAIPUR NEWS : आजाद भारत के प्रथम कानून मंत्री, महान समाज सुधारक, भारतीय संविधान के निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर आज आंबेडकरअधिकार मंच के अध्यक्ष अधिवक्ता भगवानू नायक के अगुवाई में सैकड़ों अंबेडकर अनुयायियों ने आंबेडकर चौक स्थित बाबा साहब के आदमकद कांस्य प्रतिमा में आज प्रातः 8 बजे माल्यार्पण कर, श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए बाबा साहब अंबेडकर को याद किया गया।
इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अधिवक्ता भगवानू नायक ने कहा देश के लाखों करोड़ो लोगों के भाग्यविधाता, वंचितों के मसीहा बाबा साहब ने आजाद भारत का संविधान लिखकर देश की तकदीर और तस्वीर को बदलने का काम किया है। उन्होंने कहा संविधान का निर्माण कर बाबा साहब आंबेडकर ने राष्ट्र निर्माण में सर्वोच्च योगदान दिया है। बाबा आज हमारे बीच नहीं लेकिन हमारे विचारों में युगों युगों तक जिंदा रहेंगे उनके द्वारा देश और समाज के लिए किए गए त्याग, तपस्या, बलिदान और योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता ऐसे महामानव को कोटि कोटि नमन करता हूं।
आंबेडकर मंच के जिला अध्यक्ष आशीष तांडी ने कहा आज हम जो कुछ भी बाबा साहब और उनके द्वारा बनाए गए संविधान की वजह से है, राष्ट्र निर्माण में बाबा साहब के भागीदारी के लिए उन्हें युगों युगों तक याद किया जाएगा।
अधिवक्ता आनंद मोंगरी ने कहा बाबा साहब ने कहा था शिक्षा वो शेरनी का दूध है जो पियेगा वो दहाड़ेगा। उनके इस सूत्र से आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। मांदी कुटुंब के अध्यक्ष जयलाल नायक ने कहा आज का दिन संकल्प लेने का दिन है, बाबा साहब के द्वारा शिक्षित रहो, संगठित रहो और संघर्ष करो के मूल मंत्र का पालन करते हुए आगे बढ़ने का दिन है।
युवा नेता सनत क्षत्रि और शशि क्षत्रि ने कहा संविधान की वजह से हम सभी को एक नई पहचान मिली है, संविधान हमें अधिकार देती है, मजबूत बनाती है और आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करती है। महासचिव जितेंद्र नायक और अधिवक्ता पारस नायक ने कहा Symbol of Knowledge के नाम से विश्व विख्यात महान कानूनविद, लेखक, चिंतक, महान समाज सुधारक, जातिविहीन समाज के सूत्रधार, महान विचारक बाबा साहब अम्बेडकर सर्वसमाज के प्रणेता।
आज के कार्यक्रम में प्रमुख अधिवक्ता भगवानू नायक, आशीष तांडी, सुनील गणवीर, अधिवक्ता आनंद मुगरी, जयलाल नायक, सनत क्षत्रि, जितेंद्र नायक, राजेश महानंद, अधिवक्ता पारस नायक, बिट्टू क्षत्रि, संजय कुम्भार, रविंद्र गजभीर, प्रमोद कोल्हे, संजय गजभीर, देवकन्या ताई, संजय रामटेके, शेखर कामडे, सुनील तांडी, जयवीर साहू, अशोक वर्मा, राजू निर्मलकर, संतोष नायक, प्रकाश जांगड़े, सुनील बारले सहित बड़ी संख्या में आंबेडकर अनुयायी उपस्थित थे।