नागेश तिवारी. राजिम( पांडुका) : CG WEATHER UPDATE : छत्तीसगढ़ में बीते 3 दिनो से हो रही बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। अंचल के किसान ऐसे भी कृषि विभाग की कार्यप्रणाली से नाखुश हैं। जिसमें ग्राम सेवक और कृषि मित्र द्वारा किसानों को बीज वितरण सहित किसी प्रकार की कृषि विभाग की योजनाओं का जानकारी नही मिलता।
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छुरा कृषि विभाग की माने तो 1 पर्ची में 30 किलो वितरण किया गया है। रजनकटा,खट्टी में 50 हेक्टेयर में निशुल्क बीज वितरण किया गया है और जो जरूरत मंद को 30 किलो 1100 सौ रुपए प्रति बोरी के हिसाब से दिया गया है। पर यहां के कुछ किसानों ने चना, दलहन, तिलहन की फसल अपनी अपनी व्यवस्था से बीज खरीदकर लगाई तो बेमौसम बारिश ने कहर् ढा दिया।
बारिश की वजह से उनके दलहन की फसले सड़ जाएगी
मिचौंग तूफान की कहर से लगातार दो तीन दिन से हो रही बारिश की वजह से खेतो मे पानी भर गया है, किसान चिंतित है, ऐसे में पांडुका क्षेत्र के किसान, अब मुआवजे की मांग कर रहे हैं क्योंकि बारिश की वजह से उनके दलहन की फसले सड़ जाएगी और चना में जो फूल, फल लग चूका था वो बारिश से झड़ कर गिर गया है। ऐसे मे किसान सर पकड़ कर बैठ गए है। कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण में ऐसे भी किसानो को नाखुश करते आ रहें हैं। हर साल की तरह इस साल भी बीज वितरण में भाई भतीजा वाद और अपने लोगों को बीज वितरण किया गया है, जबकि जरूरतमंद किसानों को हर साल बीज नहीं मिलता और कुछ कृषि मित्रों एवं ग्राम सेवकों के द्वारा अपने चिन्हांकित लोगों को ही लाभ पहुंचाया जाता है। जैसे तैसे किसान स्वय की लागत से अब बीज बोकर जब फसल लगा ही लिये तो मौसम की मार ने किसानों को मायूस कर दिया।
रजनकटा पांडुका अंचल के किसान भाइयों ने बताया जिसमे दानी राम साहू, दौलत राम, खरक राम साहू, चेतन साहू, पुरुषोत्तम साहू, ऋषि साहू, भगत राम साहू, प्रभात साहू, लखन, सेवक, रूपू, छगन्, योगेश, विजय, हेमलाल, डोमन आदि 100 एकड़ से ज्यादा मे चना का फसल लगाय है। जिसमे फूल लग गया था तथा कहीं-कहीं फल भी गया था। बारिश का पानी खेत मे रुक जाने से फसल बीज सड जायेगा फुल भी झड़ गया, फल लग रहा था। उसमे दाना नही आयेगा।
CG WEATHER UPDATE : मुआवजा नहीं मिला तो हम बर्बाद हो जायेंगे : किसान
किसानो ने बताया कि, कृषि विस्तार अधिकारी सरोज केंवट आये थे बीमा कराने बोले है। साथ ही बीमा वालो को भेजूंगी बोली है। इस बार इस फसल में हमें लागत प्रति एकड़ 50 किलो बीज 200 रूपय किलो के हिसाब से,4 बार जोताई दवाई, खाद पानी सहित 25 हजार से 30 हजार प्रति एकड़ लागत लगा है। अगर हमे मुआवजा नहीं मिला तो हम बर्बाद हो जायेंगे, इस लिए हम शासन प्रशासन से मुवावाजा की मांग कर रहे हैं।
CG WEATHER UPDATE : वही इस बारे में वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी छुरा एन भाई ने बताया कि किसानो को दो योजनाओं के तहत बीज वितरण किया गया है। साथ ही 31 दिसंबर तक बीमा कराना है। मैं पता लगाया हु खेतो में पानी उतना नहीं भरा है। फसल बचने की चांस है। नियमानुसार बीमा दिया जाएगा।