मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव होने के बाद अब EVM मशीन पर सवाल खड़े होने लगे हैं, अपनी हार का ठीकरा अब निर्दलीय प्रत्याशी कांग्रेस या बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर टीकमगढ़ जिले की खरगापुर विधानसभा से चुनाव लड़ने वाले अजय सिंह यादव ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
अजय सिंह यादव का आरोप है कि मैंने 15 अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और 22 अक्टूबर को मेला ग्राउंड में एक सभा आयोजित की थी जिस सभा में करीबन 5000 लोग एकत्रित हुए थे सभी लोगों ने हाथ उठाकर समर्थन दिया था कि आप निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ें। यादव का आरोप है कि मैंने पूरी ताकत के साथ में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लड़ा मगर मुझे 1458 वोट ही मिले जो कि संदेह प्रद हैं। क्योंकि किसी-किसी मतदान केंद्र पर एक या दो मत मिले हैं तो कहीं-कहीं जीरो ही रहा है और ऐसे में संदेह होता है कि मेरे साथ धोखा हुआ है।
आपको बता दें कि बीजेपी से राहुल सिंह लोधी जो कि उमा भारती के भतीजे हैं और कांग्रेस से चंदा सिंह गौर चुनाव मैदान में थी, जिन्होंने 81 हजार मत प्राप्त किए और राहुल सिंह लोधी ने 73 हजार प्राप्त किए हैं। कांग्रेस से चंदा सिंह गौर ने जीत हासिल कर ली और वह विधायक बन गईं हैं। अजय यादव ने कहा है कि कांग्रेस हमेशा EVM का रोना रोती रहती है उन्होंने कांग्रेस से भी आग्रह किया है कि नैतिकता के तौर पर अपनी विधायक से इस्तीफा दिलवा कर और वहां बैलेट पेपर से फिर से चुनाव कराया जाए इधर यादव ने चुनाव आयोग को चुनौती दी है और कहा है कि जहां पर मुझे 0% वोट रहा है वहां के लोग शपथ पत्र के माध्यम से या फिर चुनाव आयोग में स्वयं आकर के अजय यादव को वोट देने की बात करने को तैयार हैं। यादव ने कहा कि चुनाव आयोग का कर्तव्य है की निष्ठा पूर्वक हमारे साथ न्याय करें अन्यथा हमें अगला कदम कानूनी तौर पर उठाना पड़ेगा ।