रायपुर। CG NEWS : आज का दिन छत्तीसगढ़ के इतिहास में दर्ज हुआ। जशपुर के आदिवासी अंचल से छत्तीसगढ़ महतारी के सपूत विष्णुदेव साय (Vishnudev sai) ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। मुख्यमंत्री ने इस बेहद खास मौके पर शपथ ग्रहण के पूर्व अपने आराध्य देवताओं और अपनी माता जी के साथ ही छत्तीसगढ़ से जुड़ी विभूतियों का नमन किया।
श्री साय ने सुबह की शुरूआत संसद में हुए हमले में शहीद जवानों का पुण्य स्मरण करते हुए की। आज के ही दिन आतंकवादियों से लड़ते हुए वर्ष 2001 में इन जवानों ने अपनी शहादत दी थी। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने भगवान जगन्नाथ के दर्शन किये। भगवान जगन्नाथ के प्रति गहरी श्रद्धा छत्तीसगढ़ के लोगों में रही है और ओडिशा की तरह ही यहां भी रथयात्रा धूमधाम से निकालते हैं।
निजी जीवन में बेहद धार्मिक साय ने आज के शुभ अवसर पर घर में देवी-देवताओं की पूजा भी सपरिवार की। इसके पश्चात उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा का माल्यार्पण एटीएम चौक अवंति विहार में किया। छत्तीसगढ़ के गठन के पीछे अटल जी की बड़ी भूमिका थी। श्री साय ने आज इस महत्वपूर्ण दिन अटल जी का पुण्य स्मरण किया ताकि छत्तीसगढ़ के निर्माण के पीछे की अटल जी की मंशा को अपने कार्यकाल में निरंतर पूरा करने की दिशा में कार्य करते रहें।
इसके पश्चात वे जयस्तंभ चौक पहुंचे। यहां उन्होंने शहीद वीरनारायण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। शहीद वीरनारायण सिंह ने 1857 के संग्राम में छत्तीसगढ़ के लोगों के देश प्रेम की अभिव्यक्ति की थी। बिंझवार जाति के इस आदिवासी महानायक का पुण्य स्मरण भी उन्होंने शपथ ग्रहण के पूर्व किया।
सभास्थल में शपथ लेने से पूर्व उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आशीर्वाद लिया। प्रधानमंत्री ने कुछ दिनों पूर्व अपनी छत्तीसगढ़ यात्रा में नारा दिया था कि हमने ही बनाया है और हम ही इसे संवारेंगे। छत्तीसगढ़ को संवारने की जिम्मेदारी साय को मिली है। प्रधानमंत्री से उन्होंने आशीर्वाद लिया। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ को स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने बनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते एक दशक में अपनी कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से छत्तीसगढ़ को संवारा है। मुख्यमंच पर बने बैकड्राप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को अंकित किया गया था। आज हुए शपथ ग्रहण के साथ ही छत्तीसगढ़ में नये युग की शुरूआत हो चुकी है।