डिंडौरी जिले में जिस मध्यान भोजन की शुरुआत मुख्यमंत्री उमा भारती के कार्यकाल में हुई थी, आज उसी जिले में मध्यान भोजन की योजना दम तोड़ते नजर आ रही है, ताजा मामला प्राथमिक शाला बुडरूखी का है। जहां बच्चों को मेन्यू के अनुसार कभी भोजन नही मिला न ही रोटी मिली, महीने में कई दिन बच्चों को मध्यान भोजन भी नही मिल पाता, समूह के द्वारा मध्यान भोजन के नाम से महज खानापूर्ति की जाती है, जिसमें न तो अच्छा भोजन मिल पाता न ही बच्चों को स्वादिष्ट भोजन मिलता, जिसकी शिकायत ग्रमीणों के द्वारा अनेक बार की जा चुकी है, लेकिन कार्रवाई न होने के कारण मध्यान भोजन बनाने वाले समूह की मनमानी में लगाम नही लग पा रहा है, इस मामले में MDM प्रभारी आनन्द मौर्य के द्वारा जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है।