रायपुर। CG BREAKING : छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र जारी है। प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम ने सभी सदस्यों को शपथ दिलाई है। सीएम विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष चरण दास, डिप्टी सीएम अरुण साव, विजय शर्मा ने छत्तीसगढ़ी भाषा में पद एवम गोपनीयता की शपथ ली। इसके अलावा अधिकांश विधायकों ने मातृभाषा छत्तीसगढ़ी में ही शपथ ली। एक विधायक विद्यावती सिदार और प्रेमचंद पटेल में प्राचीन भाषा संस्कृत में शपथ ग्रहण किया। वहीं डॉक्टर रमन सिंह विधानसभा अध्यक्ष बनाए गए है। पक्ष विपक्ष ने सर्वसम्मति से स्पीकर चुना है। सीएम विष्णु देव साय ने रमन सिंह को बधाई दी। इसके साथ ही सीएम और नेता प्रतिपक्ष ने रमन सिंह को स्पीकर की कुर्सी पर आसीन कराया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने भी अपने दल की ओर से स्पीकर को बधाई दी। इस दौरान महंत ने कहा नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि विपक्ष ने भी आपको अपना समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि 15 साल आपने मुख्यमंत्री के तौर पर प्रदेश की सेवा की है, अब विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर आप संसदीय परंपरा के उच्च मापदंड को स्थापित करेंगे। महंत ने मजाकिया अंदाज में कहा कि आप जहां अभी बैठे हैं, वो मेरा अतीत है, मैं अभी जहां बैठा हूं, वो मेरा वर्तमान है..और अतीत का वर्तमान के प्रति सदैव सम्मान रहा है।
नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण के बाद प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम ने विधानसभा अध्यक्ष के लिए डॉक्टर रमन सिंह के नाम पर आए 5 प्रस्ताव की जानकारी दी। सर्वप्रथम सीएम विष्णु देव ने स्पीकर के लिए रमन सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा जिसका समर्थन डिप्टी सीएम अरुण साव ने किया। इसी प्रकार नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरणदास महंत ने दूसरा प्रस्ताव रखा, जिसका समर्थन भूपेश बघेल ने किया। तीसरा प्रस्ताव बृजमोहन अग्रवाल ने रखा जिसका समर्थन पुन्नूलाल मोहले ने किया। चौथा प्रस्ताव अजय चंद्राकर ने रखा जिसका समर्थन डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने किया। अंतिम प्रस्ताव केदार कश्यप ने रखा जिसका समर्थन भावना बोहरा ने किया। इसके बाद प्रोटेम स्पीकर ने मत विभाजन कराया जिसमे सदन के सभी सदस्यों ने हाथ उठाकर रमन सिंह को विधानसभा अध्यक्ष बनाने के लिए सहमति दी। इसके बाद सर्वसम्मति से प्रोटेम स्पीकर ने रमन सिंह को स्पीकर बनाए जाने की घोषणा की। इस निर्वाचन का पक्ष विपक्ष के सभी सदस्यों ने स्वागत करते हुए डॉक्टर रमन सिंह को बधाई दी।
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बता दें कि तीन बार के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल थे, लेकिन विष्णुदेव साय के सीएम बनने के बाद विधानसभा अध्यक्ष की चर्चा हो गई। छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी के बाद डॉ. रमन 2003 से 2018 तक 15 साल प्रदेश के मुखिया रहे। 2018 में भाजपा चुनाव हारी और कांग्रेस के भूपेश बघेल को कमान मिली। अब फिर 5 साल बाद सत्ता खोने के बाद डा. रमन सिंह विधानसभा अध्यक्ष बनेंगे।