रायपुर। Annual Function : आज शनिवार को द रेडियंट वे पब्लिक स्कूल में वार्षिक उत्सव धूमधाम से मनाया गया। यह स्कूल 35 वर्ष से संचालित है, वार्षिक उत्सव के दौरान छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्कूल के वार्षिक उत्सव में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में सुनील सोनी और विशिष्ट अतिथि विधायक अनुज शर्मा शामिल होने पहुंचे थे।इस दौरान बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जिसमें हर एक प्रस्तुति में पर्यावरण को साफ बनाए रखने का संदेश दिया गया। बच्चों की इस प्रस्तुति में एक अलग ही उत्साह नजर आया। इस दौरान स्कूल की प्रिंसपल भावना दुबे ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें आर्शीवाद दिया।
ट्रेज़र हन्ट (खजाने की खोज) थीम के साथ द रेडियंट वे स्कूल, रायपुर ने अपना 35 वॉ वार्षिक उत्सव पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया, सर्वप्रथम माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना एवं दीप प्रज्वलन कर एवं पाठशाला की संस्थापिका एवं प्राचार्या स्व. शिरिन दुबे जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का श्री गणेश किया गया। हर सुबह है’ प्रार्थना के साथ ही कक्षा तीसरी और चौथी के विद्यार्थियों द्वारा श्री गणेश वंदना, कक्षा पहली एवं दूसरी के विद्यार्थियों ने कथक शैली में सरस्वती वंदना और गुरु वंदना के साथ कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ हुआ। इसके पश्चात् कक्षा चौथी के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत ये कौन चित्रकार है, ख्वाबों के परिन्दे, मैं तैयार हूँ, कार्यक्रम ने जबरदस्त महौल बनाया, इसी तरह कक्षा दूसरी के विद्यार्थियों ने खोलो खोलो दरवाजा, परदे करो किनारे, रूबरू रोशनी, सूरज की बाहों में प्रस्तुति अत्यंत मनमोहक रही, कक्षा नर्सरी के छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा घनन घनन घिर आये बदरा और छोटे-छोटे तमाशे की प्रस्तुति दर्शकों को आंनद विभोर कर दिया।
इसी तरह कक्षा तीसरी के विद्यार्थियों द्वारा संस्कार है, अपनी तो पाठशाला, इन्स्टुमेन्टल, पल में, तथा नियम हो आदि मनमोहक प्रस्तुति रही। कक्षा पी.पी.1 के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत वर्ड चिरपिंग, बन के तितली दिल उड़ा, बर्ड एक्ट, आओ हम सब साथ मिलाये, ये दिल लाया है बहार गीतों में छोटे बच्चों की थिरकन देख लोग भाव विभोर हो गये, तालियाँ जैसे रूकने का नाम नहीं ले रही थी, इसी तरह कक्षा आठवीं के विद्यार्थियों की प्रस्तुति फिर से उड़ चला, मैं कौन हूँ, अमिताभ बच्चन की कविता, मेरा दिल में आत्म विश्वास की जज्बा जगाने में प्रभावी रहा। कक्षा पी.पी.2 के बच्चों द्वारा माना कि मुश्किल, चोरी चुपके से, जीवन में निरन्तरता को दर्शाने में सफल रहे एवं दर्शक भाव विभोर होकर झुमने लगे। इसके बाद कक्षा सातवीं के विद्यार्थियों द्वारा घूमर, बहती हवा सा, तू मेरा कोई ना, यारा तेरी यारी में पूरा शमा बांध दिया। उसके पश्चात् कक्षा पाँचवीं के विद्यार्थियों के द्वारा फायर इन्ट्रोडक्शन, अग्नि मंत्र, वरूण मंत्र, शांति मंत्र, मृत्युजंय मंत्र की प्रस्तुति सभी का मन मोह लिया। कक्षा पहली के विद्यार्थियों द्वारा वो तो है अलबेला, खोल दे पर, है ठान लिया हमने तथा कक्षा नवमीं के विद्यार्थियों की नहीं सामने’ आदि की प्रस्तुति अत्यंत प्रभावकारी एवं उल्लेखनीय रही, पूरे कार्यक्रम के दौरान दर्शक मंत्रमुग्ध होकर बहुत आनंदित हुए तथा तालियों की गड़गड़ाहट थमने का नाम नहीं ले रही थी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुनील सोनी सांसद (रायपुर) ने कक्षा दसवीं एवं कक्षा बाहरवीं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरण कर सम्मानित किया, उन्होंने अपने उद्बोधन में आत्म शक्ति एवं आत्मसाहस को सफलता का खजाना बताया अपने अपरिमित शक्तियों को पहचानने हेतु विद्यार्थियों को प्रेरित किया तथा शाला परिवार को बधाई देते हुए शुभकामनाएँ प्रेषित की।
कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित विशिष्ट अतिथि पद्मश्री अनुज शर्मा (विधायक धरसींवा) ने बच्चों को आनंददायी मनमोहक प्रस्तुती के माध्यम से जो संदेश दिये उनकी भूरी भूरी प्रसंसा की तथा इसे अपने जीवन में अमल करने की सलाह दी, साथ ही विद्यालय परिवार को हार्दिक बधाइयाँ देते हुए शुभकामनाएँ दी। पाठशाला के संचालक समीर दुबे ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनको सम्मानित किया।
प्राचार्या भावना दुबे ने अपने वार्षिक प्रतिवेदन के माध्यम से स्कूल के कार्यो प्रयासों एवं उपलब्धियों को पटल पर रखा, साथ ही वार्षिक सम्मेलन में कार्यक्रम को प्रभावी एवं सफल बनाने के लिए समस्त विद्यार्थियों, पालकों, स्कूल के शिक्षकों एवं समस्त स्टाफ को उनकी मेहनत की प्रशंसा कर समस्त आगन्तुक अतिथियों पालकों को सहय धन्यवाद ज्ञापित किया