रायपुर । मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद ग्रामीणों से मिलने पहली बार अपने गृह जिले जशपुर के विभिन्न गांवों में पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का ग्रामीणों ने पारंपरिक वेशभूषा में मांदर और ढोल-नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया। अपनी माटी के लाल की एक झलक पाने के लिए शाम से ही लोग पलक-पावड़े बिछाकर उनका इंतजार कर रहे थे। ग्रामीणोें का उत्साह देखकर सहज ही यह अनुभूति हो रही थी कि उनका कोई अपना प्रदेश का मुखिया बना है। लोग अपने विशिष्ट अंदाज में मुख्यमंत्री का स्वागत करने के लिए उत्साहित थे। पुष्प वर्षा, फूलों के हार और विजय तिलक लगाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। खुली जीप से उतर कर मुख्यमंत्री बड़ी आत्मीयता के साथ लोगों से मुलाकात करते रहे। इस अवसर पर विधायक गोमती साय भी मौजूद थीं।
कुनकुरी के रोड शो में पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय लोगों का उत्साह देखकर उनसे मिलने गाड़ी से उतरे, लोगों ने फूल-माला पहनाकर उनका स्वागत किया। उनकी झलक पाने के लिए महिलाएं और बच्चे घरों से निकलकर बाहर सड़कों पर आ गए। लगातार आतिशबाजी से कुनकुरी में दिवाली जैसा माहौल दिखा। बड़े बुजुर्ग सभी ने बढ़-चढ़कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। लोगों का स्नेह और सम्मान देखकर मुख्यमंत्री भाव विभोर हो उठे। रोड शो के दौरान लोग हाथों में अपने परिवार के नाम की तख्तियां लिये खड़े थे।
स्कूल मैदान में अग्रवाल समाज द्वारा मुख्यमंत्री साय को लड्डुओं से तौला गया
इस मौके पर कुनकुरी के शासकीय बालक मिडिल स्कूल मैदान में अग्रवाल समाज द्वारा मुख्यमंत्री साय को लड्डुओं से तौला गया। लोगों ने जोरदार आतिशबाजी कर अपनी भावनाएं जाहिर की। कुनकुरी नगर पंचायत के डुगडुगिया चौक में महिलाओं ने पुष्प वर्षा के बीच पुष्पहार, आरती कर विजय तिलक लगाकर आत्मीय स्वागत किया। रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री को देखने बच्चे, बड़ों और बुजुर्गों की भीड़ उमड़ पड़ी। मुख्यमंत्री से मिलने लोगो में खुशी और हर्षाेल्लास का माहौल दिखा। डुगडुगिया में चौक सौंदर्यीकरण कार्य का मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया। चौक में फाउन्टेन लगाया गया है। क्षेत्र के लाडले मुख्यमंत्री के अपने क्षेत्र आने के खुशी में यहां ग्रामवासियांे द्वारा मेवा, मिष्ठान व लड्डुओं से तुलादान किया गया।
मृदुभाषी और आत्मीय व्यवहार के कारण वे सहज ही लोगों के दिलों में बसे
गौरतलब है कि काफी लंबे समय से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय इस अंचल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। हर सुख-दुख में वे ग्रामीणों के सहभागी रहे। उनके सरल, सहज और मिलनसार व्यक्तित्व के कारण वे अंचलवासियों के बीच लोकप्रिय हैं। अपने मृदुभाषी और आत्मीय व्यवहार के कारण वे सहज ही लोगों के दिलों में बसे हैं। लोगों को उनके साथ संवाद स्थापित करने में अपनेपन की अनुभूति होती है और उनके समक्ष लोग अपनी बात रख पाते हैं।