छुरा: आईएसबीएम विश्वविद्यालय छुरा गरियाबंद द्वारा प्रीतम को इतिहास विषय के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के विशेष संदर्भ में कलचुरी कालीन प्रशासनिक एव आर्थिक जीवन का ऐतिहासिक अध्ययन विषय पर डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान किया गया है।
शोधार्थी ने बताया कि कलचुरी वंश ने छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक समय तक शासन किया है। इनकी प्रशासनिक और आर्थिक स्थिति काफी मजबूत थी और उनके इस व्यवस्था को कुछ सुधार के साथ अपनाकर वर्तमान में हमारी व्यवस्था पर लागू करने से हमारी प्रशासनिक और आर्थिक स्थिति को और मजबूत बनाया जा सकता है। वर्तमान में इतिहास विषय के अध्ययन एवं ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण करना आवश्यक है। ऐसे विषय पर शोध होने से ऐतिहासिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इस शोधकार्य को पूर्ण करने में उनके शोध निर्देशक डॉ. आशा रानी दाश का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ज्ञात हो कि प्रीतम वर्तमान में आईएसबीएम विश्वविद्यालय नवापारा (कोसमी) छुरा, गरियाबंद छत्तीसगढ़ में सहायक प्राध्यापक इतिहास के पद पर कार्यरत हैं। उन्हें पीएचडी उपाधि मिलने पर उनके परिवारजनों, मित्रों तथा आईएसबीएम विश्वविद्यालय के कुलाध्यक्ष, कुलपति, कुलसचिव, अकादमिक अधिष्ठाता, अनुसन्धान एवं विकास प्रकोष्ठ अधिष्ठाता, छात्र कल्याण अधिष्ठाता, विभागाध्यक्षों, प्राध्यापकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुवे शुभकामनाएँ दी है।
खबर नागेश तिवारी